लिथोफाइट– इसके अंतर्गत कडी चट्टानों पर उगने वाली वनस्पतियों को शामिल किया जाता है
हैलोफाइटा-इसके अंतर्गत नमकीन क्षेत्रों में मिलने वाली वनस्पतियों को शामिल किया जाता है, जैसे – मैंग्रोव, गोल्डमोहर, आदि
क्रायोफाइट- ये टुंड्रा अथवा शीत प्रधान क्षेत्रों की वनस्पति है , जैसे – मास, लाइकेन आदि
मेसोफाइट– यह शीतोष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में मिलने वाली वनस्पतियॉं हैं जैसे- साइबेरिया की टैगा वनस्पति
जेरोफाइट– उष्णकटिबंधीय मरुस्थलीय क्षेत्रों की वनस्पति जैसे – कैक्टस, खजूर, बबूल, एकेसिया, कीकर, सेजव्रश आदि
हाइड्रोफाइट या मैक्रोफाइट– इसके अंतर्गत पानी में होने वाली वनस्पतियॉं आती हैं, जैसे – कमल
ट्रोपोफाइट- उष्णकटिबंधीय जलवायु वाली वनस्पति तथा घास को इसके अंतर्गत रखा जाता है
हाइग्रोफाइट- इसके अंतर्गत अधिक आद्रता वाले क्षेत्रों जैसे भूमध्य रेखीय उष्णार्द्र क्षेत्रों की वनस्पतियॉं या दलदली क्षेत्रों की वनस्पतियों को शामिल किया जाता है
nmv
very nice
very very thankful…..all notes are very good keep it up sir