1641 ई. में तिब्बत के लामा सन्तों ने पश्चिमी सिक्किम के शुकसाम प्रान्त की यात्रा की जहाँ छठी पीढ़ी के वंशज फुत्सोंग नामग्याल राजवंश का उदय हुआ। वर्ष 1975 में यह भारतीय संघ का अभिन्न अंग बना।
भौगोलिक
सिक्किम उत्तर में तिबत के पठार, पूर्व में तिब्बत की चुम्बी घाटी और भूटान साम्राज्य, पश्चिम में नेपाल साम्राज्य और दक्षिण में दार्जिलिंग से घिरा है ।
विश्व की तीसरी सबसे ऊँची चोटी कंचनजंगा, जिसे सिक्किम की रक्षा देवी माना जाता है, यहीं पर है ।
नदियाँ -तीस्ता, रंगित
कृषि -देश में इलायची का बड़ा उत्पादन करने वला राज्य सिक्किम है।
जैव -विविधता -राज्य जैव-विविधताओ से भरपूर है। राज्य में आवृतबीजी वनस्पतियों की 5000 प्रजातियाँ पाई जाती हैं । यहाँ फूल वाले पौधे, फर्न तथा एल्गी, प्राइमल तथा बाँस, ऑर्किड रोडेडेण्ड्रॉन, ओक इत्यादि की जातियाँ पाई जाती हैं। यहाँ स्तनपायी जीव की 15० तथा पक्षियो की 600, तितली की 700 जातियाँ तथा सरीसृप की 80 जातियाँ पाई जाती हैं । यही याक, लाल पाण्डा, तिबती मिसटिक तथा दुर्लभ ब्लू शिप भी पाए जाते है।
गरम पानी के झरने -सिक्किम गर्म पानी के झरनों के लिए विख्यात है । यही, फुरचालू, युमथांग, बोरॉग, रालांग तरमचू व यूमी सामडोंग हैं ।
त्यौहार -यहाँ माघी संक्रान्ति, दुर्गापूजा, लक्ष्मीपूजा व चैत्र दसई/राम नवमी, दसई त्यौहार, सोनम लोसुंग, नामसूंग, तेन्दोग हलो सम फाट (तेन्दोग पर्वत पूजा, लोसर, साकेवा (शप), सोनम लोचर (गुरुग), बराहिमजोग (मागर) अन्तर्राष्ट्रीय फूल महोत्सव (तिब्बतीय नववर्ष राज्य के प्रमुख त्यौहार हैं ।
लोकनृत्य -चुफत नृत्य (लेप्चा समुदाय द्वारा), सिकमारी नृत्य (लेप्चा समुदाय एवं युवा लोगों द्वारा किया जाने वाला नृत्य), सिधी छाम (हिम शेर नृत्य भी कहा जाता है, भूरिया समुदाय द्वारा), खुखरी नाच (शादी विवाह के अवसरों पर) चुटकी नृत्य (नेपाली लोक नृत्य)।
पर्यटन -सिक्किम अपने मठों के लिए प्रसिद्ध है-पेमायंगत्से, रुमटेक, नगाडक, फोडोंग, आहल्य त्सुकलाखंग, रालोंग, लाचेन, इंच, दो-दूल चोर्टन, ठाकुर बाड़ी दक्षिण जिले में गुफा मे चमचमाता शिवलिंग इत्यादि।
परिवहन – सड़कें गंगटोक सड़क मार्ग से दार्जिलिंग, कलिमपोंग, सिलीगुड़ी तथा सिक्किम के सभी जिला मुख्यालयों से जुड़ा है । राज्य में सड़कों की कुल लम्बाई 3672.32 किमी है । इसमें से 873.4० किमी सड़कें सीमा सड़क संगठन ने बनाई हैं । राज्य में 216 पुल हैं
रेलवे और उड्डयन राज्य के निकटवर्ती रेलवे स्टेशन सिलीगुड़ी (113 किमी) और न्यू जलपाईगुड़ी (125 किमी) है । जहाँ से कोलकाता, दिल्ली, गुवाहाटी, लखनऊ तथा बागडोगरा हवाई अड्डा तथा देश के अन्य महत्त्वपूर्ण शहरों के लिए आया-जाया जा सकता है । पूर्वी सिक्किम के पक्योंग में ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे का निर्माण किया जा रहा है । गंगटोक और बागडोगरा के बीच नियमित हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध है।
सूचना प्रौद्योगिकी – आईटी परियोजनाओं के माध्यम से आम आदमी का जीवन सुधारने के लिए राज्य सरकार ने कई कदम उठाए हैं; जैसे-45 समुदायिक सेवा केन्द्रों (सीएससी) की स्थापना, स्टेट-वाइड एरिया नेटवर्क (स्वान) । शेरथंग के सीएससी को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा सर्वोच्च साइबर कैफे घोषित किया गया है । विभाग अब तक 15000 सरकारी कर्मचारियों और बेरोजगारों को प्रशिक्षित कर चुका है।