ई .पू चौथी शताब्दी में चोल, पाण्ड्य और चेर राजवंशों ने यहाँ पर राज्य किया । चौथीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध में पल्लवों ने यहाँ पर अधिकार किया।
बाद में लगभग 200 वर्षो तक दक्षिण भारत पर चोल साम्राज्य का आधिपत्य रहा । चौदहवीं शताब्दी के मध्य में यहाँ बहमनी सल्लनत स्थापित हुई ।
यहां पर विजयनगर साम्राज्य ने भी अपना आधिपत्य स्थापित किया । ब्रिटिश लोगों ने भारत में सबसे पहले तमिलनाडु में अपनी बस्ती बसाई।
वर्ष 1909 में मद्रास प्रेसीडेन्सी बनी, जिसमें दक्षिण प्रायद्वीप के अधिकार हिस्से शामिल थे ।
ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने 1611 ई. में मच्छलीपट्टनम में अपनी फैक्टरी लगाई तथा बाद में ‘ मद्रास राज्य का पुनर्गठन किया गया, जो वर्तमान में तमिलनाडु राज्य है ।
14 जनवरी,1969 को मद्रास राज्य का नाम बदलकर ‘ तमिलनाडु ‘ रखा गया।
महत्वपूर्ण तथ्य
तमिलनाडु के उत्तर में आन्ध प्रदेश’ कर्नाटक व पश्चिम में केरल, पूर्व में बंगाल की खाड़ी और दक्षिण में हिन्द महासागर स्थित है । पोंगल के बाद दक्षिण तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में जल्लीकट्ट- (साँडों की लड़ाई) त्यौहार प्रसिद्ध है।
कृषि – यहाँ चाय, कॉफी, इलायची तथा रबर की खेती होती है। वन्य उत्पादों में इमारती लकडी तथा चन्दन की लकड़ी, पल्पबुड और जलाने योग्य लकड़ी । जैव उर्वरकों के उत्पादन और प्रयोग में तमिलनाडु का मुख्य स्थान है ।
बन्दगाह -चेन्नई तथा तूतीकोरिन प्रमुख बन्दरगाह तथा कुड्डालूर व नागापत्तन सहित सात अन्य बन्दरगाह हैं ।
त्यौहार -पोंगल (फसल कटाई के समय), जल्लीकट्टू (सीडी की लाड्राई), चित्तिर (मदुरै के मीनाक्षी मन्दिर में), आदिपेरूकु (नई फसल की बुवाई के समय), महामाघम (बारह वर्ष में एक बार), कंथूरी (धर्म निरपेक्ष त्यौहार), बेलन्क्न्नी (ईसाइयों का त्यौहार), कर्तिगै दीपम (प्रकाश-पर्व) ।
लोकनृत्य – भागवथा नन्दम ( भगवान कृष्णा की पूजा मे नृत्य किया जाता है). वोम्मलट्टम (कठपुतली नृत्य). भारतनाट्यम (शास्त्रीय नृत्य), चक्की अट्टम (आठ-दस नृतकियों एक वृत में खड़े होकर नृत्य करती हैं), कोलाट्टम (हाथ में लाठी के साथ)|