संयुक्त राष्ट्र का प्रतिष्ठित पुरस्कार जिसकी स्थापना शांति दूत महात्मा गांधी के जीवन से प्रेरित होकर की गई थी।
- महात्मा गांधी की 125वीं जयंती पर वर्ष 1995 में शुरु किए गए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार की स्थापना में भारतीय राजनयिक तथा यूनेस्को के सदभावना राजदूत मदनजीत सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी।
- सहिष्णुता और अहिंसा को प्रोत्साहित करने के लिए हर दो वर्ष पर यह पुरस्कार व्यक्तियों या संस्थानों को प्रदान किया जाता है।
- इसमें पुरस्कार स्वरूप दस हजार डॉलर की राशि दी जाती है। यह पुरस्कार 16 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस पर दिया जाता है।
प्रमुख पुरस्कार विजेता
- म्यांमार की नोबेल शांति पुरस्कार विजेता आंग सान सू की
- निर्वासित बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन
- 2009 में यह पुरस्कार बेल्जियम के फ्रानोइस होतार्त तथा पाकिस्तान के अब्दुल सत्तार इदी को सहिष्णुता और अहिंसा को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदान किया गया।