ऐसे शब्द जिनके अर्थ समान हों, पर्यायवाची शब्द कहलाते हैं।
1 | नया | ‘नवीन, नव्य, नूतन, आधुनिक, अभिनव, अर्वाचीन, नव, ताज़ा। |
2 | कर्ण | अंगराज, सूर्यसुत, अर्कनन्दन, राधेय, सूतपुत्र, रविसुत, आदित्यनन्दन। |
3 | खतरा | अंदेशा, भय, डर, आशंका। |
4 | तम | अंधकार, ध्वान्त, तिमिर, अँधेरा, तमसा। |
5 | खंड | अंश, भाग, हिस्सा, टुकड़ा। |
6 | एकाएक | अकस्मात, अचानक, सहसा, एकदम। |
7 | अचानक | अकस्मात, अनायास, एकाएक, दैवयोगा। |
8 | आँख | अक्षि, नैन, नेत्र, लोचन, दृग, चक्षु, ईक्षण, विलोचन, प्रेक्षण, दृष्टि। |
9 | सब | अखिल, सम्पूर्ण, सकल, सर्व, समस्त, समग्र, निखिल। |
10 | दुर्गम | अगम्य, विकट, कठिन, दुस्तर। |
11 | भाई | अग्रज, अनुज, सहोदर, तात, भइया, बन्धु। |
12 | अगुआ | अग्रणी, सरदार, मुखिया, प्रधान, नायक। |
13 | आश्चर्य | अचम्भा, अचरज, विस्मय, हैरानी, ताज्जुब। |
14 | अनभिज्ञ | अज्ञानी, मूर्ख, मूढ़, अबोध, नासमझ, अल्पज्ञ, अदक्ष, अपटु, अकुशल, अनजान। |
15 | अटल | अडिग, स्थिर, पक्का, दृढ़, अचल, निश्चल, गिरि, शैल, नग। |
16 | प्रकांड | अतिशय, विपुल, अधिक, भारी।। |
17 | हक | अधिकार, स्वत्व, दावा, फर्ज़, उचित पक्ष। |
18 | प्रौढ़ | अधेड़, प्रबुद्ध। |
19 | लक्ष्मण | अनंत, लखन, सौमित्र। |
20 | अनाड़ी | अनजान, अनभिज्ञ, अज्ञानी, अकुशल, अदक्ष, अपटु, मूर्ख, अल्पज्ञ, नौसिखिया। |
21 | विवाद | अनबन, झगड़ा, तकरार, बखेरा। |
22 | अमूल्य | अनमोल, बहुमूल्य, मूल्यवान, बेशकीमती। |
23 | अयोग्य | अनर्ह, योग्यताहीन, नालायक, नाकाबिल। |
24 | अपमान | अनादर, उपेक्षा, निरादर, बेइज्जती, अवज्ञा, तिरस्कार, अवमाना। |
25 | अवज्ञा | अनादर, तिरस्कार, अवमानना, अपमान, अवहेलना, तौहीन। |
26 | आवश्यक | अनिवार्य, अपरिहार्य, ज़रूरी, बाध्यकारी। |
27 | अनुरूप | अनुकूल, संगत, अनुसार, मुआफिक |
28 | सूची | अनुक्रम, अनुक्रमणिका, तालिका, फेहरिस्त, सारणी। |
29 | पश्चात्ताप | अनुताप, पछतावा, ग्लानि, संताप। |
30 | ऊसर | अनुर्वर, सस्यहीन, अनुपजाऊ, बंजर, रेत, रेह। |
31 | अध्ययन | अनुशीलन, पारायण, पठनपाठन, पढ़ना। |
32 | अन्वेषण | अनुसन्धान, गवेषण, खोज, जाँच, शोध। |
33 | थाह | अन्त, छोर, सिरा, सीना। |
34 | संहार | अन्त, नाश, समाप्ति, ध्वंसा |
35 | ओझल | अन्तर्ध्यान, तिरोहित, अदृश्य, लुप्त, गायब। |
36 | अदृश्य | अन्तर्ध्यान, तिरोहित, ओझल, लुप्त, गायब। |
37 | अनाज | अन्न, शस्य, धान्य, गल्ला, खाद्यान्न। |
38 | अवनति | अपकर्ष, गिराव, गिरावट, घटाव, ह्रास। |
39 | अपकीर्ति | अपयश, बदनामी, निंदा, अकीर्ति। |
40 | निन्दा | अपयश, बदनामी, बुराई, बदगोई। |
41 | अश्लील | अभद्र, अधिभ्रष्ट, निर्लज्ज बेशर्म, असभ्य। |
42 | असभ्य | अभद्र, अविनीत, अशिष्ट, गँवार, उजड्ड। |
43 | इच्छुक | अभिलाषी, लालायित, उत्कण्ठित, आतुर |
44 | अनुरोध | अभ्यर्थना, प्रार्थना, विनती, याचना, निवेदन। |
45 | अमृत | अमिय, पीयूष, अमी, मधु, सोम, सुधा, सुरभोग, जीवनोदक, शुभा। |
46 | वन | अरण्य, अटवी, कानन, विपिन। |
47 | आधुनिक | अर्वाचीन, नूतन, नव्य, वर्तमानकालीन, नवीन, अधुनातन। |
48 | दुर्लभ | अलम्भ, नायाब, विरल, दुष्प्राप्य। |
49 | दिव्य | अलौकिक, स्वर्गिक, लोकातीत, लोकोत्तर। |
50 | अंग | अवयव, अंश, काया, हिस्सा, भाग, खण्ड, उपांश, घटक, टुकड़ा, तन, कलेवर, शरीर, देह। |
51 | कृत्रिम | अवास्तविक, नकली, झूठा, दिखावटी, बनावटी। |
52 | त्रुटि | अशुद्धि, भूल-चूक, गलती। |
53 | आँसू | अश्रु, नेत्रनीर, नयनजल, नेत्रवारि, नयननीर। |
54 | अनन्त | असंख्य, अपरिमित, अगणित, बेशुमार। |
55 | तलवार | असि, खडग, सिरोही, चन्द्रहास, कृपाण, शमशीर, करवाल, करौली, तेग। |
56 | क्षणभंगुर | अस्थिर, अनित्य, नश्वर, क्षणिका |
57 | इनकार | अस्वीकृति, निषेध, मनाही, प्रत्याख्यान। |
58 | कटाक्षे | आक्षेप, व्यंग्य, ताना, छींटाकशी। |
59 | शिकारी | आखेटक, लुब्धक, बहेलिया, अहेरी, व्याध |
60 | ‘अग्नि | आग, अनल, पावक, जातवेद, कृशानु, वैश्वानर, हुताशन, रोहिताश्व, वायुसखा, हव्यवाहन, दहन, अरुण। |
61 | ठेस | आघात, चोट, ठोकर, धक्का। |
62 | चरित्र | आचार, सदाचार, शील, आचरण। |
63 | अध्यापक | आचार्य, शिक्षक, गुरु, व्याख्याता, अवबोधक, अनुदेशक। |
64 | उत्सुक | आतुर, उत्कण्ठित, व्यग्र, उत्कर्ण, रुचि, रुझान। |
65 | स्वावलम्बन | आत्माश्रय, आत्मनिर्भरता, स्वाश्रय। |
66 | दीपक | आदित्य, दीप, प्रदीप, दीया। |
67 | आज्ञा | आदेश, निदेश, फ़रमान, हुक्म, अनुमति, मंजूरी, स्वीकृति, सहमति, इजाज़ता |
68 | विलास | आनन्द, भोग, सन्तुष्टि, वासना। |
69 | छटा | आभा, कांति, चमक, सौन्दर्य, सुन्दरता। |
70 | एहसान | आभार, कृतज्ञता, अनुग्रह। |
71 | कृतज्ञ | आभारी, उपकृत, अनुगृहीत, ऋणी, कृतार्थ, एहसानमंद। |
72 | आनन्द | आमोद, प्रमोद, विनोद, उल्लास, प्रसन्नता, सुख, हर्ष, आहलाद। |
73 | चौकीदार | आरक्षी, पहरेदार, प्रहरी, गारद, गश्तकार। |
74 | पूजा | आराधना, अर्चना, उपासना। |
75 | पूज्य | आराध्य, अर्चनीय, उपास्य, वंद्य, वंदनीय, पूजनीय। |
76 | जोश | आवेश, साहस, उत्साह, उमंग, हौसला। |
77 | आशीर्वाद | आशीष, दुआ, शुभाशीष, शुभकामना, आशीर्वचन, मंगलकामना। |
78 | अधीन | आश्रित, मातहत, निर्भर, पराश्रित, पराधीन। |
79 | ढाढ़स | आश्वासन, तसल्ली, दिलासा, धीरज, सांत्वना। |
80 | नीलकमल | इंदीवर, नीलाम्बुज, नीलसरोज, उत्पल, असितकमल, कुवलय, सौगन्धित। |
81 | समाप्ति | इतिश्री, इति, अंत, समापन। |
82 | उपयुक्त | उचित, ठीक, वाज़िब, मुनासिब, वांछनीय। |
83 | ऊँचा | उच्च, शीर्षस्थ, उन्नत, उत्तुंग। |
84 | उत्कृष्ट | उत्तम, श्रेष्ठ, प्रकृष्ट, प्रवर। |
85 | जिज्ञासा | उत्सुकता, उत्कंठा, कुतूहल। |
86 | उदार | उदात्त, सहृदय, महामना, महाशय, दरियादिल। |
87 | निष्पक्ष | उदासीन, अलग, निरपेक्ष, तटस्थ। |
88 | उपेक्षा | उदासीनता, विरक्ति, अनासक्ति, विराग, उदासीन, उल्लंघन। |
89 | उत्कर्ष | उन्नति, उत्थान, अभ्युदय, उन्मेष। |
90 | चिकित्सा | उपचार, इलाज, दवादारू। |
91 | दंगा | उपद्रव, फ़साद, उत्पात, उधम।। |
92 | बाग | उपवन, वाटिका, उद्यान, निकुंज, फुलवाड़ी, बगीचा। |
93 | आशा | उम्मीद, तवक्को, आस। |
94 | छाती | उर, वक्ष, वक्षःस्थल, हृदय, मन, सीना। |
95 | विपरीत | उलटा, प्रतिकूल, खिलाफ़, विरुद्ध। |
96 | उपालम्भ | उलाहना, शिकवा, शिकायत, गिला। |
97 | उल्लू | उलूक, लक्ष्मीवाहन, कौशिक |
98 | ऊष्मा | उष्णता, तपन, ताप, गर्मी। |
99 | बंजर | ऊसर, परती, अनुपजाऊ, अनुर्वर। |
100 | बसंत | ऋतुराज, ऋतुपति, मधुमास, कुसुमाकर, माधव। |
101 | चश्मा | ऐनक, उपनेत्र, सहनेत्र, उपनयन। |
102 | ऊर्जा | ओज, स्फूर्ति, शक्ति। |
103 | यंत्र | औज़ार, कल, मशीन। |
104 | कटु | कठोर, कड़वा, तीखा, तेज़, तीक्ष्ण, चरपरा, कर्कश, रूखा, रुक्ष, परुष, कड़ा, सत्ता |
105 | बन्दर | कपि, वानर, मर्कट, शाखामृग, कीश। |
106 | कबूतर | कपोत, रक्तलोचन, हारीत, पारावत। |
107 | थोड़ा | कम, ज़रा, अल्प, स्वल्प, न्यून। |
108 | रमा | कमला, इन्दिरा, लक्ष्मी, हरिप्रिया, समुद्रजा, चंचला, क्षीरोदतनया, पद्मा, श्री, भार्गवी। |
109 | प्रलय | कयामत, विप्लव, कल्पान्त, गज़ब |
110 | हाथ | कर, हस्त, पाणि, भुजा, बाहु, भुजाना |
111 | घड़ा | कलश, घट, कुम्भ, गागर, निप, गगरी, कुट। |
112 | कौशल | कला, हुनर, फ़न, योग्यता, कुशलता। |
113 | कल्पवृक्ष | कल्पतरु, कल्पशाल, कल्पद्रुम, कल्पपादप, कल्पविटप। |
114 | हित | कल्याण, भलाई, भला, उपकार। |
115 | शपथ | कसम, प्रतिज्ञा, सौगन्ध, हलफ़, सौं। |
116 | आख्यान | कहानी, वृत्तांत, कथा, किस्सा, इतिवृत्ता |
117 | कंटक | काँटा, शूल, खार। |
118 | काक | काग, काण, वायस, पिशुन, करठ, कौआ। |
119 | अभिलाषा | कामना, मनोरथ, इच्छा, आकांक्षा, ईहा, ईप्सा, चाह, लालसा, मनोकामना। |
120 | कर्म | कार्य, कृत्य, क्रिया, काम, काज। |
121 | कूल | किनारा, तट, तीर। |
122 | दरवाज़ा | किवाड़, पल्ला, कपाट, द्वार। |
123 | पल्लव | किसलय, घर्ण, पत्ती, पात, कोपल, फुनगी। |
124 | कृषक | किसान, काश्तकार, हलधर, जोतकार, खेतिहर। |
125 | कुत्ता | कुक्कर, श्वान, शुनक, कूकुर। |
126 | कार्तिकेय | कुमार, पार्वतीनन्दन, शरभव, स्कन्ध, षडानन, गुह, मयूरवाहन, शिवसुत, षड्वदन। |
127 | कन्या | कुमारिका, बालिका, किशोरी, बाला। |
128 | बलिदान | कुर्बानी, आत्मोत्सर्ग, जीवनदान। |
129 | परिवार | कुल, घराना, कुटुम्ब, कुनबा। |
130 | अभिजात | कुलीन, सुजात, खानदानी, उच्च, पूज्य, श्रेष्ठ। |
131 | चतुर | कुशल, नागर, प्रवीण, दक्ष, निपुण, योग्य, होशियार, चालाक, सयाना, विज्ञा |
132 | योग्य | कुशल, सक्षम, कार्यक्षम, काबिला |
133 | धुंध | कुहरा, नीहार, कुहासा। |
134 | बाल | केश, अलक, कुन्तल, रोम, शिरोरूह, चिकुर। |
135 | अंकुर | कोंपल, अँखुवा, कल्ला, नवोद्भिद्, कलिका, गाभा |
136 | कोयल | कोकिल, श्यामा, पिक, मदनशलाका। |
137 | निधि | कोष, खज़ाना, भण्डार। |
138 | थकान | क्लान्ति, श्रान्ति, थकावट, थकन। |
139 | दुःख | क्लेश, खेद, पीड़ा, यातना, विषाद, यन्त्रणा, क्षोभ, कष्ट |
140 | पल | क्षण, लम्हा, दमा |
141 | गरुड़ | खगेश्वर, सुपर्ण, वैतनेय, नागान्तका |
142 | खम्भा | खम्भ, स्तूप, स्तम्भ। |
143 | चाटुकारी | खुशामद, चापलूसी, मिथ्या प्रशंसा, चिरौरी, चमचागीरी। |
144 | रक्त | खून, लहू, रुधिर, शोणित, लोहित, रोहित। |
145 | ऐब | खोट, दोष, बुराई, अवगुण, कलंक, खामी, कमी, त्रुटि। |
146 | हाथी | गज, कुंजर, वितुण्ड, मतंग, नाग, द्विरद। |
147 | वेश्या | गणिका, वारांगना, पतुरिया, रंडी, तवायफ़ |
148 | गधा | गदहा, खर, धूसर, गर्दभ, चक्रीवाहन, रासभ, लम्बकर्ण, बैशाखनन्दन, बेसर। |
149 | ईख | गन्ना, ऊख, रसडंड, रसाल, पेंड़ी, रसद। |
150 | विष | गरल, माहुर, हलाहल, कालकूट, ज़हर। |
151 | गुनाह | गलती, अधर्म, पाप, अपराध, खता, त्रुटि, कुकर्म। |
152 | गम्भीर | गहरा, अथाह, अतला |
153 | क्रोध | गुस्सा, अमर्ष, रोष, कोप, आक्रोश, ताव। |
154 | गुफा | गुहा, कन्दरा, विवर, गह्वर। |
155 | कंदरा | गुहा, गुफा, खोह, दरी। |
156 | अभिमान | गौरव, गर्व, नाज, घमंड, दर्प, स्वाभिमान, अस्मिता, अहं, अहंकार, अहमिका, मान, मिथ्याभिमान, दंभ। |
157 | गाँव | ग्राम, मौजा, पुरवा, बस्ती, देहात। |
158 | गृह | घर, सदन, भवन, धाम, निकेतन, आलय, मकान, गेह, शाला। |
159 | बट्टा | घाटा, हानि, टोटा, नुकसान। |
160 | व्रण | घाव, फोड़ा, ज़ख्म, नासूर। |
161 | घिनौना | घृण्य, घृणास्पद, बीभत्स, गंदा, घृणित। |
162 | घी | घृत, हवि, अमृतसार। |
163 | अश्व | घोड़ा, तुरंग, हय, बाजि, सैन्धव, घोटक, बछेड़ा, रविसुत, अर्दा |
164 | चाँदनी | चन्द्रिका, ज्योत्स्ना, कौमुदी, कुमुदकला, जुन्हाई, अमृतवर्षिणी, चन्द्रातप, चन्द्रमरीचि। |
165 | प्रकाश | चमक, ज्योति, द्युति, दीप्ति, तेज़, आलोक। |
166 | भास्कर | चमकीला, आभामय, दीप्तिमान, प्रकाशवान। |
167 | दास | चाकर, नौकर, सेवक, परिचारक, परिचर, किंकर, गुलाम, अनुचर। |
168 | धनुष | चाप, धनु, शरासन, पिनाक, कोदण्ड, कमान, विशिखासन। |
169 | खत | चिट्ठी, पत्र, पत्री, पाती। |
170 | तस्वीर | चित्र, फोटो, प्रतिबिम्ब, प्रतिकृति, आकृति। |
171 | आयुष्मान् | चिरायु, दीर्घायु, शतायु, दीर्घजीवी, चिरंजीव। |
172 | कपड़ा | चीर, वस्त्र, वसन, अम्बर, पट, पोशाक चैल, दुकूल। |
173 | माया | छल, छलना, प्रपंच, प्रतारणा। |
174 | कुटिल | छली, कपटी, धोखेबाज़, चालबाज़। |
175 | प्रभा | छवि, दीप्ति, द्युति, आभा। |
176 | छेद | छिद्र, सूराख, रंध्रा |
177 | अरण्य | जंगल, कान्तार, विपिन, वन, कानन। |
178 | पिता | जनक, बाप, तात, गुरु, फ़ादर, वालिद। |
179 | जानकी | जनकसुता, वैदेही, मैथिली, सीता, रामप्रिया, जनकदुलारी, जनकनन्दिनी। |
180 | घन | जलधर, वारिद, अंबुधर, बादल, मेघ, अम्बुद, पयोद, नीरद।। |
181 | जहाज़ | जलयान, वायुयान, विमान, पोत, जलवाहन। |
182 | तालाब | जलाशय, सरोवर, ताल, सर, तड़ाग, जलधर, सरसी, पद्माकर, पुष्कर |
183 | अभिज्ञ | जानकार, विज्ञ, परिचित, ज्ञाता। |
184 | पाश | जालबंधन, फंदा, बंधन, जकड़न। |
185 | ठग | जालसाज, प्रवंचक, वंचक, प्रतारक। |
186 | जीभ | जिह्वा, रसना, रसज्ञा, चंचला। |
187 | रसना | जीभ, जबान, रसेन्द्रिय, जिह्वा, रसीका। |
188 | घृणा | जुगुप्सा, अरुचि, घिन, बीभत्स। |
189 | उत्साह | जोश, उमंग, हौसला, उत्तेजना। |
190 | विद्या | ज्ञान, शिक्षा, गुण, इल्म, सरस्वती। |
191 | बहुत | ज़्यादा, प्रचुर, प्रभूत, विपुल, इफ़रात, अधिक। |
192 | तूफान | झंझावात, अंधड़, आँधी, प्रभंजना |
193 | खीझ | झुंझलाहट, झल्लाहट, खीझना, चिढ़ना। |
194 | बंक | टेढ़ा, तिर्यक्, तिरछा, वक्र |
195 | वंक | टेढ़ा, वक्र, कुटिल। |
196 | छली | ठग, छद्मी, कपटी, कैतव, धूर्त, मायावी। |
197 | ठौर | ठिकाना, स्थल, जगह। |
198 | उचित | ठीक, सम्यक्, सही, उपयुक्त, वाजिब। |
199 | डकैत | डाकू, लुटेरा, बटमार। |
200 | तम्बू | डेरा, खेमा, शिविर। |
201 | डोर | डोरी, रज्जु, तांत, रस्सी, पगहा, तन्तु। |
202 | ऊँघ | तंद्रा, ऊँचाई, झपकी, अर्द्धनिद्रा, अलसाई। |
203 | बिजली | तड़ित, दामिनी, विद्युत, सौदामिनी, चंचला, बीजुरी। |
204 | फ़ौरन | तत्काल, तत्क्षण, तुरन्ता |
205 | देह | तन, रपु, शरीर, घट, काया, गात, कलेवर, तनु, मूर्ति। |
206 | पुत्र | तनय, आत्मज, सुत, लड़का, बेटा, औरस, पूता |
207 | पुत्री | तनया, आत्मजा, सुता, लड़की, बेटी, दुहिता। |
208 | क्षय | तपेदिक, यक्ष्मा, राजरोग। |
209 | अंधकार | तम, तिमिर, ध्वान्त, अँधियारा, तिमिस्रा। |
210 | नौका | तरिणी, डोंगी, नाव, जलयान, नैया, तरी। |
211 | नक्षत्र | तारा, सितारा, खद्योत, तारक |
212 | दिनांक | तारीख, तिथि, मिति। |
213 | बाण | तीर, तोमर, विशिख, शिलीमुख, नाराच, शर, इषु। |
214 | उपमा | तुलना, मिलान, सादृश्य, समानता। |
215 | हिम | तुषार, तुहिन, नीहार, बर्फी |
216 | ओस | तुषार, हिमकण, हिमसीकर, हिमबिन्दु, तुहिनकण। |
217 | लालसा | तृष्णा, अभिलाषा, लिप्सा, लालच। |
218 | उग्र | तेज़, प्रबल, प्रचण्ड |
219 | आवेग | तेज़ी, स्फूर्ति, जोश, त्वरा, तीव्र, फुरती, चपलता। |
220 | तत्पर | तैयार, कटिबद्ध, उद्यत, सन्नद्ध। |
221 | उद्यत | तैयार, प्रस्तुत, तत्पर। |
222 | डर | त्रास, भीति, दहशत, आतंक, भय, खौफ़ |
223 | लघु | थोड़ा, न्यून, हल्का, छोटा। |
224 | उत्पात | दंगा, उपद्रव, फ़साद, हुड़दंग, गड़बड़, उधम। |
225 | ओज | दम, ज़ोर, पराक्रम, बल, शक्ति, ताकत। |
226 | अनुकम्पा | दया, कृपा, करम, मेहरबानी। |
227 | करुणा | दया, तरस, रहम, आत्मीयभाव। |
228 | औषधि | दवा, दवाई, भेषज, औषध |
229 | मेंदकं | दादुर, दर्दुर, मण्डूक, वर्षाप्रिय, भेका |
230 | मज़ाक | दिल्लगी, उपहास, हँसी, मखौल, मसखरी, व्यंग्य, छींटाकशी। |
231 | भगिनी | दीदी, जीजी, बहिन |
232 | दीपावली | दीवाली, दीपमाला, दीपोत्सव, दीपमालिका। |
233 | जग | दुनिया, संसार, विश्व, भुवन, मृत्युलोक। |
234 | क्लिष्ट | दुरूह, संकुल, कठिन, दुःसाध्य। |
235 | किला | दुर्ग, कोट, गढ़, शिविर |
236 | क्षीण | दुर्बल, कमज़ोर, बलहीन, कृश |
237 | कमज़ोर | दुर्बल, निर्बल, अशक्त, क्षीण। |
238 | कठिन | दुर्बोध, जटिल, दुरूह। |
239 | पत्नी | दुलहिन, अर्धांगिनी, गृहिणी, त्रिया, दारा, जोरू, गृहलक्ष्मी, सहधर्मिणी, सहचरी, जाया। |
240 | अशुद्ध | दूषित, गंदा, अपवित्र, अशुचि, नापाका। |
241 | धंधा | दृढ़, अटल, स्थिर, निश्चित। |
242 | देवालय | देवमन्दिर, देवस्थान, मन्दिर। |
243 | इन्द्रपुरी | देवलोक, अमरावती, इन्द्रलोक, देवेन्द्रपुरी, सुरपुर। |
244 | मंदिर | देवालय, देवस्थान, देवगृह, ईशगृह। |
245 | मृत्यु | देहावसान, देहान्त, पंचतत्वलीन, निधन, मौत, इंतकाल। |
246 | डायरी | दैनिकी, दैनन्दिनी, रोज़नामचा। |
247 | कलंक | दोष, दाग, धब्बा, लांछन, कलुषता। |
248 | अभियोग | दोषारोपण, कसूर, अपराध, गलती, आक्षेप, आरोप, दोषारोपण, इल्ज़ामा। |
249 | वृक्ष | द्रुम, पादप, तरु, विटप। |
250 | अमीर | धनी, धनाढ्य, सम्पन्न, धनवान, पैसेवाला। |
251 | धाक | धन्वी, तीरंदाज़, धनुषधारी, निषंगी। |
252 | थल | धरती, ज़मीन, पृथ्वी, भूतल, भूमि। |
253 | धरती | धरा, धरणी, पृथ्वी, क्षिति, वसुधा, अवनी, मेदिनी। |
254 | मेघ | धराधर, घन, जलचर, वारिद, जीमूत, बादल, नीरद, पयोधर, जगलीवन, अम्बुद। |
255 | दाई | धाया, धात्री, अम्मा, सेविका। |
256 | धीरज | धीरता, धीरत्व, धैर्य, धारण, धृति। |
257 | ढीठ | धृष्ट, प्रगल्भ, अविनीत, गुस्ताख। |
258 | गाय | धेनु, सुरभि, माता, कल्याणी, पयस्विनी, गौ। |
259 | झंडा | ध्वजा, केतु, पताका, निसान। |
260 | शब्द | ध्वनि, नाद, आश्व, घोष, रव, मुखर। |
261 | नग्न | नंगा, दिगम्बर, निर्वस्त्र, अनावृत। |
262 | अनुसरण | नकल, अनुकृत, अनुगमन। |
263 | तारा | नखत, उड्डगण, नक्षत्र, तारका |
264 | समुद्र | नदीश, वारीश, रत्नाकर, उदधि, पारावार। |
265 | कृष्ण | नन्दनन्दन, मधुसूदन, जनार्दन, माधव, मुरारि, कन्हैया, द्वारकाधीश, गोपाल, केशव, नन्दकुमार, नन्दकिशोर, बिहारी। |
266 | आकाश | नभ, अम्बर, अन्तरिक्ष, आसमान, व्योम, गगन, दिव, द्यौ, पुष्कर, शून्य। |
267 | राजा | नरेन्द्र, नरेश, नृप, भूपाल, राव, भूप, महीप, नरपति, सम्राट। |
268 | नरेश | नरेन्द्र, राजा, नरपति, भूपति, भूपाल |
269 | कुमुदनी | नलिनी, कैरव, कुमुद, इन्दुकमल, चन्द्रप्रिया। |
270 | मक्खन | नवनीत, दधिसार, माखन, लौनी। |
271 | ध्वस्त | नष्ट, भ्रष्ट, भग्न, खण्डित। |
272 | शिक्षा | नसीहत, सीख, तालीम, प्रशिक्षण, उपदेश, शिक्षण, ज्ञान। |
273 | अनुचित | नाजायज़, गैरवाजिब, बेजा, अनुपयुक्त, अयुत। |
274 | प्रेक्षागार | नाट्यशाला, रंगशाला, अभिनयशाला, प्रेक्षागृह। |
275 | शिरा | नाड़ी, धमनी, नस। |
276 | विविध | नाना, प्रकीर्ण, विभिन्न। |
277 | तीर | नाराच, बाण, शिलीमुख, शर, सायक। |
278 | विष्णु | नारायण, केशव, गोविन्द, माधव, जनार्दन, विशम्भर, मुकुन्द, लक्ष्मीपति, कमलापति। |
279 | अभय | निडर, साहसी, निर्भीक, निर्भय, निश्चिन्त। |
280 | गुप्त | निभृत, अप्रकट, गूढ, अज्ञात, परोक्ष। |
281 | स्वच्छन्द | निरंकुश, स्वतन्त्र, निबंध। |
282 | उन्मूलन | निरसन, अन्त, उत्सादन। |
283 | उपवास | निराहार, व्रत, अनशन, फाँका, लंघन। |
284 | उजाड़ | निर्जन, वीरान, सुनसान, बियावान। |
285 | बियावान | निर्जन, सूनसान, वीरान, उजाड़। |
286 | निष्ठुर | निर्दय, निर्मम, बेदर्द, बेरहमा |
287 | कंगाल | निर्धन, गरीब, अकिंचन, दरिद्र। |
288 | यामिनी | निशा, रजनी, राका, विभावरी। |
289 | संध्या | निशारंभ, दिनावसान, दिनांत, सायंकाल, गोधूलि, साँझ। |
290 | निर्णय | निष्कर्ष, फ़ैसला, परिणाम। |
291 | अधम | नीच, निकृष्ट, पतित। |
292 | खामोश | नीरव, शान्त, चुप, मौन। |
293 | खंजन | नीलकण्ठ, सारंग, कलकण्ठ। |
294 | अंधा | नेत्रहीन, सूरदास, अंध, चक्षुविहीन, प्रज्ञाचक्षु। |
295 | खग | पक्षी, चिड़िया, पखेरू, द्विज, पंछी, विहंग, शकुनि। |
296 | डेरा | पड़ाव, खेमा, शिविर |
297 | विशारद | पण्डित, ज्ञानी, विशेषज्ञ, सुधी। |
298 | मनीषी | पण्डित, विचारक, ज्ञानी, विद्वान्। |
299 | ढंग | पद्धति, विधि, तरीका, रीति, प्रणाली, करीना। |
300 | दूध | पय, दुग्ध, स्तन्य, क्षीर, अमृत। |
301 | स्तन | पयोधर, छाती, कुच, उरस, उरोज। |
302 | ईश्वर | परमात्मा, परमेश्वर, ईश, ओम, ब्रह्म, अलख, अनादि, अज, अगोचर, जगदीश। |
303 | भगवान | परमेश्वर, परमात्मा, सर्वेश्वर, प्रभु, ईश्वर। |
304 | परतन्त्र | पराधीन, परवश, पराश्रित। |
305 | वस्त्र | परिधान, पट, चीर, वसन, कपड़ा, पोशाक, अम्बर। |
306 | महक | परिमल, वास, सुवास, खुशबू, सुगंध, सौरभ। |
307 | उद्यम | परिश्रम, पुरुषार्थ, श्रम, मेहनत। |
308 | अप्सरा | परी, देवकन्या, अरुणप्रिया, सुखवनिता, देवांगना, दिव्यांगना, देवबाला। |
309 | अंचल | पल्लू, छोर, क्षेत्र, अंत, प्रदेश, आँचल, किनारा। |
310 | हनुमान् | पवनसुत, महावीर, आंजनेय, कपीश, बजरंगी, मारुतिनन्दन, बजरंग। |
311 | आदि | पहला, प्रथम, आरम्भिक, आदिमा |
312 | पर्वत | पहाड़, अचल, शैल, नग, भूधर, मेरू, महीधर, गिरि। |
313 | चक्र | पहिया, चाक, चक्का। |
314 | पैर | पाँव, पाद, चरण, गोड़, पग, पद, पगु, टाँग |
315 | आडम्बर | पाखण्ड, ढकोसला, ढोंग, प्रपंच, दिखावा। |
316 | ढोंगी | पाखण्डी, बगुला भगत, रंगासियार, कपटी, छली। |
317 | बारिश | पावस, वृष्टि, वर्षा, बरसात, मेह, बरखा। |
318 | पत्थर | पाहन, प्रस्तर, संग, अश्म, पाषाण। |
319 | कसक | पीड़ा, दर्द, टीस, दुःख। |
320 | पवित्र | पुनीत, पावन, शुद्ध, शुचि, साफ़, स्वच्छ |
321 | दृढ़ | पुष्ट, मज़बूत, पक्का, तगड़ा। |
322 | किताब | पुस्तक, ग्रंथ, पोथी। |
323 | उपासना | पूजा, आराधना, अर्चना, सेवा।। |
324 | सम्पूर्ण | पूर्ण, समग्र, सारा, पूरा, मुकम्मल। |
325 | अखण्ड | पूर्ण, समस्त, सम्पूर्ण, अविभक्त, समूचा, पूरा। |
326 | अतीत | पूर्वकाल, भूतकाल, विगत, गत। |
327 | थोथा | पोला, खाली, खोखला, रिक्त, छूछा। |
328 | उजाला | प्रकाश, आलोक, प्रभा, ज्योति। |
329 | उन्नति | प्रगति, तरक्की, विकास, उत्थान, बढ़ोतरी, उठान, उत्क्रमण, चढ़ाव, आरोह |
330 | बुद्धि | प्रज्ञा, मेधा, ज़ेहन, समझ, अकल, गति। |
331 | प्रतिज्ञा | प्रण, वचन, वायदा। |
332 | ठगी | प्रतारणा, वंचना, मायाजाल, फ़रेब, जालसाज़। |
333 | उल्टा | प्रतिकूल, विलोम, विपरीत, विरुद्धा. |
334 | परछाई | प्रतिच्छाया, साया, प्रतिबिम्ब, छाया, छवि। |
335 | अंकुश | प्रतिबन्ध, रोक, दबाव, रुकावट, नियन्त्रण। |
336 | आदर्श | प्रतिरूप, प्रतिमान, मानक, नमूना। |
337 | चिह्न | प्रतीक, निशान, लक्षण, पहचान, संकेत। |
338 | रूढ़ि | प्रथा, दस्तूर, रस्म। |
339 | छल | प्रपंच, झाँसा, फ़रेब, कपट। |
340 | विभा | प्रभा, आभा, कांति, शोभा। |
341 | ज्योति | प्रभा, प्रकाश, लौ, अग्निशिखा, आलोक |
342 | प्रताप | प्रभाव, धाक, बोलबाला, इकबाल। |
343 | यत्न | प्रयत्न, चेष्टा, उद्यम |
344 | अभिप्राय | प्रयोजन, आशय, तात्पर्य, मतलब, अर्थ, मंतव्य, मंशा, उद्देश्य, विचार |
345 | उद्देश्य | प्रयोजन, ध्येय, लक्ष्य, निमित्त, मकसद, हेतु। |
346 | विरुद | प्रशस्ति, कीर्ति, यशोगान, गुणगान। |
347 | आँगन | प्रांगण, बगड़, बाखर, अजिर, अँगना, सहन। |
348 | नैसर्गिक | प्राकृतिक, स्वाभाविक, वास्तविक |
349 | पुरातन | प्राचीन, पूर्वकालीन, पुराना। |
350 | जीव | प्राणी, देहधारी, जीवधारी। |
351 | राज्यपाल | प्रान्तपति, सूबेदार, गवर्नर। |
352 | स्तुति | प्रार्थना, पूजा, आराधना, अर्चना। |
353 | प्रिया | प्रियतमा, प्रेयसी, सजनी, दिलरुबा, प्यारी। |
354 | स्नेह | प्रेम, प्रीति, अनुराग, प्यार, मोहब्बत, इश्क। |
355 | चिन्ता | फ़िक्र, सोच, ऊहापोह। |
356 | हरि | बंदर, इन्द्र, विष्णु, चंद्र, सिंह। |
357 | रक्षा | बचाव, संरक्षण, हिफ़ाजत, देखरेख। |
358 | जुटाना | बटोरना, संग्रह करना, जुगाड़ करना, एकत्र करना, जमा करना, संचय करना। |
359 | तारीफ़ | बड़ाई, प्रशंसा, सराहना, प्रशस्ति, गुणगाना |
360 | ऋद्धि | बढ़ती, बढ़ोतरी, वृद्धि, सम्पन्नता, समृद्धि। |
361 | वर्षा | बरसात, मेह, बारिश, पावस, चौमास। |
362 | दासी | बाँदी, सेविका, किंकरी, परिचारिका। |
363 | डगर | बाट, मार्ग; राह, रास्ता, पथ, पंथा |
364 | बालिका | बाला, कन्या, बच्ची, लड़की, किशोरी। |
365 | मंथन | बिलोना, विलोड़न, आलोड़न। |
366 | प्रज्ञा | बुद्धि, ज्ञान, मेधा, प्रतिभा। |
367 | भूखा | बुभुक्षित, क्षुधातुर, क्षुधालु, क्षुधात। |
368 | अनिष्ट | बुरा, अपकार, अहित, नुकसान, हानि, अमंगल। |
369 | निरर्थक | बेमानी, बेकार, अर्थहीन, व्यर्थी |
370 | लता | बेल, वल्लरी, लतिका, प्रतान, वीरुध। |
371 | द्वेष | बैर, शत्रुता, दुश्मनी, खार, ईर्ष्या, जलन, डाह, मात्सर्य। |
372 | संन्यासी | बैरागी, दंडी, विरत, परिव्राजका |
373 | रिपु | बैरी, दुश्मन, विपक्षी, विरोधी, प्रतिवादी, अमित्र, शत्रु। |
374 | राधा | ब्रजरानी, हरिप्रिया, राधिका, वृषभानुजा। |
375 | अज | ब्रह्मा, ईश्वर, दशरथ के जनक, बकरा। |
376 | द्विज | ब्राह्मण, ब्रह्मज्ञानी, वेदविद्, पण्डित, विप्रा |
377 | कुरूप | भद्दा, बेडौल, बदसूरत, असुन्दर। |
378 | सज्जन | भद्र, साधु, पुंगव, सभ्य, कुलीन। |
379 | भुगतान | भरपाई, अदायगी, बेबाकी। |
380 | पार्वती | भवानी, अम्बिका, गौरी, अभया, गिरिजा, उमा, सती, शिवप्रिया। |
381 | गंगा | भागीरथी, देवसरिता, मंदाकिनी, विष्णुपदी, त्रिपथगा, देवापगा, जाहनवी, देवनदी, ध्रुवनन्दा, सुरसरि, पापछालिका। |
382 | नियति | भाग्य, प्रारब्ध, विधि, भावी, दैव्य, होनी। |
383 | अर्जुन | भारत, गुडाकेश, पार्थ, सहस्रार्जुन, धनंजय। |
384 | सरस्वती | भारती, शारदा, वीणापाणि, गिरा, वाणी, महाश्वेता, श्री, भाष, वाक्, हंसवाहिनी, ज्ञानदायिनी। |
385 | अनुवाद | भाषांतर, उल्था, तर्जुमा। |
386 | टीका | भाष्य, वृत्ति, विवृति, व्याख्या, भाषांतरण। |
387 | भिक्षुक | भिखमंगा, भिखारी, याचक |
388 | टक्कर | भिडंत, संघट्ट, समाघात, ठोकर। |
389 | कायरता | भीरुता, अपौरुष, पामरता, साहसहीनता। |
390 | प्रचण्ड | भीषण, उग्र, भयंकर। |
391 | अकाल | भुखमरी, कुकाल, दुष्काल, दुर्भिक्षा। |
392 | सर्प | भुजंग, अहि, विषधर, व्याल, फणी, उरग, साँप, नाग, अहि। |
393 | विप्र | भूदेव, ब्राह्मण, महीसुर, पुरोहित, पण्डित। |
394 | नग | भूधर, पहाड़, पर्वत, शैल, गिरि। |
395 | परशुराम | भृगुसुत, जामदग्न्य, भार्गव, परशुधर, भृगुनन्दन, रेणुकातनय। |
396 | दर्शन | भेंट, साक्षात्कार, मुलाकाता |
397 | उपहार | भेंट, सौगात, तोहफ़ा। |
398 | आहार | भोजन, खुराक, खाना, भक्ष्य, भोज्य। |
399 | यात्रा | भ्रमण, देशाटन, पर्यटन, सफ़र, घूमना। |
400 | भँवरा | भ्रमर, ग, मधुकर, मधुप, अलि, द्विरेफ। |
401 | शुभ | मंगल, कल्याणकारी, शुभंकर। |
402 | कल्याण | मंगल, योगक्षेम, शुभ, हित, भलाई, उपकार। |
403 | चंदन | मंगल्य, मलयज, श्रीखण्ड। |
404 | तन्मय | मग्न, तल्लीन, लीन, ध्यानमग्न। |
405 | ठिठोली | मज़ाक, उपहास, फ़बती, व्यंग्य, व्यंग्योक्ति। |
406 | राय | मत, सलाह, सम्मति, मंत्रणा, परामर्श |
407 | ईर्ष्या | मत्सर, डाह, जलन, कुढ़न, द्वेष, स्पर्धा। |
408 | शहद | मधु, मकरंद, पुष्परस, पुष्पासव। |
409 | वसन्त | मधुमास, ऋतुराज, माधव, कुसुमाकर, कामसखा, मधुऋतु। |
410 | मानव | मनुज, मनुष्य, मानुष, नर, इंसान। |
411 | कामदेव | मनोज, कन्दर्प, आत्मभू, अनंग, अतनु, काम, मकरकेतु, पुष्पचाप, स्मर, मन्मथ |
412 | मोर | मयूर, नीलकण्ठ, शिखी, केकी, कलापी। |
413 | श्मशान | मरघट, मसान, दाहस्थल। |
414 | माँझी | मल्लाह, नाविक, केवट। |
415 | प्रसिद्ध | मशहूर, नामी, ख्यात, नामवर, विख्यात, प्रख्यात, यशस्वी, मकबूला |
416 | विभोर | मस्त, मुग्ध, मग्न, लीना |
417 | सेठ | महाजन, सूदखोर, साहूकार, ब्याजजीवी, पूँजीपति, मालदार, धनवान, धनी, ताल्लुकदार। |
418 | इन्द्र | महेन्द्र, सुरेन्द्र, सुरेश, पुरन्दर, देवराज, मधवा, पाकरिपु, पाकशासन, पुरहूत। |
419 | जननी | माँ, माता, माई. मइया. अम्बा, अम्मा। |
420 | माँ | मातु, माता, मातृ, मातरि, मैया, महतारी, अम्ब, जननी, जनयित्री, जन्मदात्री। |
421 | माधुरी | माधुर्य, मिठास, मधुरता। |
422 | गौरव | मान, सम्मान, महत्त्व, बड़प्पन। |
423 | झुठ | मिथ्या, मृषा, अनृत, असत, असत्य। |
424 | उदाहरण | मिसाल, नमूना, दृष्टान्त, निदर्शन, उद्धरण। |
425 | मछली | मीन, मत्स्य, सफरी, झष, जलजीवन। |
426 | कली | मुकुल, जालक, ताम्रपल्लव, कलिका, कुडमल, कोरक, नवपल्लव, अँखुवा, कोंपल, गुंचा। |
427 | हंस | मुक्तमुक, मराल, सरस्वतीवाहन। |
428 | मोक्ष | मुक्ति, निर्वाण, कैवल्य, परमधाम, परमपद, अपवर्ग, सदगति। |
429 | मुँह | मुख, आनन, बदन। |
430 | अपराधी | मुजरिम, दोषी, कसूरवार, सदोष। |
431 | ऋषि | मुनि, मनीषी, महात्मा, साधु, सन्त, संन्यासी, मन्त्रदृष्टा। |
432 | कीमत | मूल्य, दाम, लागता |
433 | हिरन | मृग, हरिण, कुरंग, सारंग। |
434 | अमर | मृत्युंजय, अविनाशी, अनश्वर, अक्षर, अक्षय। |
435 | कोमल | मृदुल, सुकुमार, नाजुक, नरम, सौम्य, मुलायम। |
436 | बादल | मेघ, पयोधर, नीरद, वारिद, अम्बुद, बलाहक, जलधर, घन, जीमूत। |
437 | अतिथि | मेहमान, पहुना, अभ्यागत, रिश्तेदार, नातेदार, आगन्तुका. |
438 | नीरव | मौन, चुप, शान्त, खामोश, निःशब्द। |
439 | नरक | यमपुर, यमलोक, जहन्नुम, दौजख। |
440 | उपाय | युक्ति, ढंग, तरकीब, तरीका, यत्न, जुगत। |
441 | जंग | युद्ध, रण, समर, लड़ाई, संग्राम। |
442 | तरुणी | युवती, मनोज्ञा, सुंदरी, यौवनवक्षी, प्रमदा, रमणी। |
443 | पराग | रंज, पुष्परज, कुसुमरज, पुष्पधूलि। |
444 | रामचन्द्र | रघुवर, रघुनाथ, सीतापति, कौशल्यानन्दन, अमिताभ, राघव, रघुराज, अवधेश |
445 | धूल | रज, खेहट, मिट्टी, गर्द, धूलिा |
446 | चाँदी | रजत, रूपा, रौप्य, रूपक |
447 | चोर | रजनीचर, दस्यु, साहसिक, कभिज, खनक, मोषक, तस्कर। |
448 | असुर | रजनीचर, निशाचर, दानव, दैत्य, राक्षस, दनुज, यातुधान, तमीचर। |
449 | युद्ध | रण, जंग, समर, लड़ाई, संग्राम। |
450 | अधर | रदच्छद, रदपुट, होंठ, ओष्ठ, लब। |
451 | अन्तःपुर | रनिवास, भोगपुर, जनानखाना। |
452 | घुमक्कड़ | रमता, सैलानी, पर्यटक, घुमन्तू, विचरण शील, यायावर। |
453 | केला | रम्भा, कदली, वारण, अशुमत्फला, भानुफल, काष्ठीला। |
454 | किरण | रश्मि, केतु, अंशु, कर, मरीचि, मखूख, प्रभा, अर्चि, पुंज। |
455 | सार | रस, सत्त, निचोड़, सत्त्व। |
456 | नीरस | रसहीन, फीका, सूखा, स्वादहीन। |
457 | आम | रसाल, आम्र, फलराज, पिकबन्धु, सहकार, अमृतफल, मधुरासव, अंब। |
458 | कुबेर | राजराज, किन्नरेश, धनाधिप, धनेश, यक्षराज, धनद। |
459 | रानी | राज्ञी, महिषी, राजपत्नी। |
460 | पंथ | राह, डगर, पथ, मार्ग। |
461 | पथिक | राही, बटाऊ, पंथी, मुसाफ़िर, बटोही। |
462 | अभ्यास | रियाज़, पुनरावृत्ति, दोहराना, मश्क। |
463 | अवरोध | रुकावट, विघ्न, व्यवधान, अरुंगा। |
464 | झुकाव | रुझान, प्रवृत्ति, प्रवणता, उन्मुखता। |
465 | खून | रुधिर, लहू, रक्त, शोणित। |
466 | रात | रैन, रजनी, निशा, विभावरी, यामिनी, तमी, तमस्विनी, शर्वरी, विभा, क्षपा, रात्रि |
467 | धनुर्धर | रोज़गार, व्यापार, कारोबार, व्यवसाय |
468 | धक्का | रोब, दबदबा, धौंस। टक्कर, रेला, झोंका। |
469 | रावण | लंकेश, दशानन, दशकंठ, दशकंधर, लंकाधिपति, दैत्येन्द्र। |
470 | इन्दिरा | लक्ष्मी, रमा, श्री, कमला। |
471 | व्यसन | लत, वान, टेक, आसक्ति। |
472 | गणेश | लम्बोदर, मूषकवाहन, भवानीनन्दन, विनायक, गजानन, मोदकप्रिय, जगवन्द्य, हेरम्ब, एकदन्त, गजवदन, विघ्ननाशका |
473 | ऊँट | लम्बोष्ठ, महाग्रीव, क्रमेलक, उष्ट्र। |
474 | भाल | ललाट, मस्तक, माथा, कपाल। |
475 | सुन्दरी | ललिता, सुनेत्रा, सुनयना, विलासिनी, कामिनी। |
476 | नमक | लवण, लोन, रामरस, नोन। |
477 | लहर | लहरी, हिलोर, तरंग, उर्मि। |
478 | इच्छा | लालसा, कामना, चाह, मनोरथ, ईहा, ईप्सा, आकांक्षा, अभिलाषा, मनोकामना। |
479 | पृथ्वी | वसुधा, वसुन्धरा, मेदिनी, मही, भू, भूमि, इला, उर्वी, ज़मीन, क्षिति, धरती, धात्री। |
480 | मंगनी | वाग्दान, फलदान, सगाई। |
481 | विकार | विकृति, दोष, बुराई, बिगाड़! |
482 | कथन | विचार, वक्तव्य, मत, बयाना |
483 | भाँड | विदूषक, मसखरा, जोकर। |
484 | उपस्थित | विद्यमान, हाज़िर, प्रस्तुत। |
485 | छात्र | विद्यार्थी, शिक्षार्थी, शिष्य। |
486 | चपला | विद्युत्, बिजली, चंचला, दामिनी, तड़िता |
487 | पण्डित | विद्वान्, सुधी, ज्ञानी, धीर, कोविद, प्राज्ञा |
488 | ब्रह्मा | विधि, चतुरानन, कमलासन, विधाता, विरंचि, पितामह, अज, प्रजापति, स्वयंभू। |
489 | नियम | विधि, तरीका, विधान, ढंग, कानून, रीति। |
490 | प्रार्थना | विनय, विनती, निवेदन, अनुरोध, स्तुति, अभ्यर्थना, अर्चना, अनुनय। |
491 | आपत्ति | विपदा, मुसीबत, आपदा, विपत्ति। |
492 | बिछोह | वियोग, जुदाई, बिछोड़ा, विप्रलंभ। |
493 | रोना | विलाप, रोदन, रुदन, क्रंदन, विलपन। |
494 | समीक्षा | विवेचना, मीमांसा, आलोचना, निरूपण। |
495 | संसार | विश्व, दुनिया, जग, जगत्, इहलोक। |
496 | आस्था | विश्वास, श्रद्धा, मान, कदर, महत्त्व, आदर। |
497 | पक्षी | विहग, निहंग, खग, अण्डज़, शकुन्त। |
498 | तरु | वृक्ष, पेड़, विटप, पादप, द्रुम, दरख्त। |
499 | संकल्प | वृत, दृढ़ निश्चय, प्रतिज्ञा, प्रण। |
500 | ऐश्वर्य | वैभव, प्रभुता, सम्पन्नता, समृद्धि, सम्पदा। |
501 | आकुल | व्यग्र, बेचैन, क्षुब्ध, बेकल। |
502 | क्षुब्ध | व्याकुल, विकल, उद्विग्न। |
503 | महादेव | शंकर, शंभू, शिव, पशुपति, चन्द्रशेखर, महेश्वर, भूतेश, आशुतोष, गिरीश |
504 | क्षमता | शक्ति, सामर्थ्य, बल, ताकत। |
505 | इन्द्राणी | शची, इन्द्रवधू, महेन्द्री, इन्द्रा, पौलोमी, शतावरी, पुलोमजा। |
506 | खल | शठ, दुष्ट, धूर्त, दुर्जन, कुटिल, नालायक, अधम। |
507 | मदिरा | शराब, हाला, आसव, मद्य, सुरा। |
508 | तन | शरीर, काया, जिस्म, देह, वपु। |
509 | लज्जा | शर्म, हया, लाज, व्रीडा। |
510 | तरकारी | शाक, सब्जी, भाजी। |
511 | परिणय | शादी, विवाह, पाणिग्रहण। |
512 | शिष्ट | शालीन, भद्र, संभ्रान्त, सौम्य, सज्जन, सभ्य। |
513 | शंकर | शिव, उमापति, शम्भू, भोलेनाथ, त्रिपुरारि, महेश, देवाधिदेव, कैलाशपति, आशुतोष |
514 | ठंड | शीत, ठिठुरन, सर्दी, जाड़ा, ठंडक |
515 | दर्पण | शीशा, आइना, मुकुर, आरसी। |
516 | चोटी | शृंग, तुंग, शिखर, परकोटि। |
517 | गीदड़ | शृगाल, सियार, जम्बुका |
518 | फणीन्द्र | शेषनाग, वासुकी, उरगाधिपति, सर्पराज, नागराज। |
519 | विधि | शैली, तरीका, नियम, रीति, पद्धति, प्रणाली, चाल। |
520 | द्रोपदी | श्यामा, पाँचाली, कृष्णा, सैरन्ध्री, याज्ञसेनी, द्रुपदसुता, नित्ययौवना। |
521 | निष्ठा | श्रद्धा, आस्था, विश्वास |
522 | लक्ष्मी | श्री, कमला, रमा, पद्मा, हरिप्रिया, क्षीरोद, इन्दिरा, समुद्रजा। |
523 | आरम्भ | श्रीगणेश, शुरुआत, सूत्रपात, प्रारम्भ, उपक्रम। |
524 | धवल | श्वेत, सफ़ेद, उजला। |
525 | संग्रह | संकलन, संचय, जमावा |
526 | इशारा | संकेत, इंगित, निर्देश। |
527 | अंक | संख्या, गिनती, क्रमांक, निशान, चिह्न, छाप। |
528 | यती | संन्यासी, वीतरागी, वैरागी। |
529 | लग्न | संलग्न, सम्बद्ध, संयुक्ता |
530 | शरण | संश्रय, आश्रय, त्राण, रक्षा। |
531 | मित्र | सखा, दोस्त, सहचर, सुहृद। |
532 | दोस्त | सखा, मित्र, स्नेही, अन्तरंग, हितैषी, सहचर। |
533 | ईमानदार | सच्चा, निष्कपट, सत्यनिष्ठ, सत्यपरायण। |
534 | लगातार | सतत, निरन्तर, अजस्र, अनवरत। |
535 | सजग | सतर्क, चौकस, चौकन्ना, सावधान। |
536 | श्वेत | सफ़ेद, धवल, शुक्ल, उजला, सिता |
537 | समसामयिक | समकालिक, समकालीन, समवयस्क, वर्तमान। |
538 | होशियार | समझदार, पटु, चतुर, बुद्धिमान, विवेकशील। |
539 | तालमेल | समन्वय, संगति, सामंजस्य। |
540 | उत्सव | समारोह, आयोजन, पर्व, त्योहार, मंगलकार्य, जलसा। |
541 | आलोचना | समीक्षा, टीका, टिप्पणी, नुक्ताचीनी, समालोचना। |
542 | पवन | समीर, अनिल, मारुत, वात, पवमान, वायु, बयार। |
543 | टोल | समूह, मण्डली, जत्था, झुण्ड, चटसाल, पाठशाला। |
544 | भारती | सरस्वती, ब्राह्मी, विद्या देवी, शारदा, वीणावादिनी। |
545 | नदी | सरिता, दरिया, अपगा, तटिनी, सलिला, स्रोतस्विनी, कल्लोलिनी, प्रवाहिणी। |
546 | कमल | सरोज, सरोरुह, जलज, पंकज, नीरज, वारिज, अम्बुज, अम्बोज, अब्ज, सतदल, अरविन्द, कुवलय, अम्भोरुह, राजीव, नलिन, पद्म, तामरस, पुण्डरीक, सरसिज, कंज। |
547 | नाग | सर्प, विषधर, भुजंग, व्याल, फणी, फणधर, उरग। |
548 | फणी | सर्प, साँप, फणधर, नाग, उरग। |
549 | शाश्वत | सर्वकालिक, अक्षय, सनातन, नित्य। |
550 | जल | सलिल, उदक, तोय, अम्बु, पानी, नीर, वारि, पय, अमृत, जीवक, रस, अप। |
551 | प्रभात | सवेरा, सुबह, विहान, प्रातःकाल, भोर, ऊषाकाला |
552 | भरोसा | सहारा, अवलम्ब, आश्रय, प्रश्रय। |
553 | आश्रय | सहारा, आधार, भरोसा, अवलम्ब, प्रश्रय। |
554 | सखी | सहेली, सहचरी, सैरंध्री। |
555 | समुद्र | सागर, रत्नाकर, पयोधि, नदीश, सिन्धु, जलधि, पारावार, वारीश, अर्णव, अब्धि। |
556 | षड्यंत्र | साज़िश, दुरभिसंधि, अभिसंधि, कुचक्र |
557 | तपस्या | साधना, तप, योग, अनुष्ठान। |
558 | छाया | साया, प्रतिबिम्ब, परछाई, छाँव। |
559 | मैना | सारिका, चित्रलोचना, कलहप्रिया। |
560 | टीस | साल, कसक, शूल, शूक्त, चसक, दर्द, पीड़ा। |
561 | शेर | सिंह, नाहर, केहरि, वनराज, केशरी, मृगेन्द, शार्दूल, व्याघ्र। |
562 | दुर्गा | सिंहवाहिनी, कालिका, अजा, भवानी, चण्डिका, कल्याणी, सुभद्रा, चामुण्डा। |
563 | भोला | सीधा, सरल, निष्कपट, निश्छल। |
564 | वक्ष | सीना, छाती, वक्षस्थल, उदरस्थला |
565 | मोती | सीपिज, मौक्तिक, मुक्ता, शशिप्रभा। |
566 | याद | सुधि, स्मृति, ख्याल, स्मरण। |
567 | एकांत | सुनसान, शून्य, सूना, निर्जन, विजन। |
568 | अनार | सुनील, वल्कफल, मणिबीज, बीदाना, दाडिम, रामबीज, शुकप्रिय। |
569 | अनुपम | सुन्दर, अतुल, अपूर्व, अद्वितीय, अनोखा, अप्रतिम, अद्भुत, अनूठा, विलक्षण, विचित्र। |
570 | खूबसूरत | सुन्दर, सुरम्य, मनोज्ञ, रूपवान, सौरम्य, रमणीक। |
571 | फूल | सुमन, कुसुम, गुल, प्रसून, पुष्प, पुहुप, मंजरी, लतांता |
572 | गुलाब | सुमना, शतपत्र, स्थलकमल, पाटल, वृन्तपुष्प |
573 | देवता | सुर, आदित्य, अमर, देव, वसु। |
574 | इन्द्रधनुष | सुरचाप, इन्द्रधनु, शक्रचाप, सप्तवर्णधनु। |
575 | स्वर्ग | सुरलोक, धुलोक, बैकुंठ, परलोक, दिव। |
576 | सुरपुर | सुलोक, स्वर्गलोक, हरिधाम, अमरपुर, देवराज्य, स्वर्ग। |
577 | स्वर्ण | सुवर्ण, सोना, कनक, हिरण्य, हेम। |
578 | तोता | सुवा, शुक, दाडिमप्रिय, कीर, सुग्गा, रक्ततुंड। |
579 | टंच | सूम, कृपण, कंजूस, निष्ठुर। |
580 | सूर्य | सूरज, दिनकर, दिवाकर, भास्कर, रवि, नारायण, सविता, कमलबन्धु, आदित्य, प्रभाकर, मार्तण्ड। |
581 | जमुना | सूर्यतनया, सूर्यसुता, कालिंदी, अर्कजा, कृष्णा। |
582 | यम | सूर्यपुत्र, धर्मराज, श्राद्धदेव, कीनाश, शमन, दण्डधर, यमुनाभ्राता। |
583 | फौज़ | सेना, लश्कर, पल्टन, वाहिनी, सैन्य। |
584 | झरना | सोता, स्रोत, उत्स, निर्झर, जलप्रपात, प्रस्रवण, प्रपात। |
585 | नारी | स्त्री, महिला, रमणी, वनिता, वामा, अबला, औरत। |
586 | प्रणय | स्नेह, अनुराग, प्रीति, अनुरक्ति। |
587 | हाँसी | स्मिति, मुस्कान, हास्य। |
588 | विमल | स्वच्छ, निर्मल, पवित्र, पावन, विशुद्ध। |
589 | हेम | स्वर्ण, सोना, कंचन। |
590 | ढोंग | स्वाँग, पाखण्ड, कपट, छल। |
591 | पति | स्वामी, कान्त, भर्तार, बल्लभ, भर्ता, ईश। |
592 | ऐच्छिक | स्वेच्छाकृत, वैकल्पिक, अख्तियारी। |
593 | पड़ोसी | हमसाया, प्रतिवासी, प्रतिवेशी। |
594 | नित्य | हमेशा, रोज़, सनातन, सर्वदा, सदा, सदैव, चिरंतन, शाश्वत। |
595 | बलराम | हलधर, बलवीर, रेवतीरमण, बलभद्र, हली, श्यामबन्धु। |
596 | झकोर | हवा का झोंका, झटका, झोंक, बयार। |
597 | पांडुलिपि | हस्तलिपी, मसौदा, पांडुलेख। |
598 | गज | हस्ती, सिंधुर, मातंग, कुम्भी, नाग, हाथी, वितुण्ड, कुंजर, करी, द्विपा |
599 | घाटा | हानि, नुकसान, टोटा। |
600 | गति | हाल, दशा, अवस्था, स्थिति, चाल, रफ़्तार। |
601 | हिमालय | हिमगिरि, हिमाद्रि, गिरिराज, शैलेन्द्र। |
602 | तरंग | हिलोर, लहर, ऊर्मि, मौज, वीचि। |
603 | ओंठ | होंठ, अधर, ओष्ठ, दन्तच्छद, रदनच्छद, लब। |
604 | घुमंतू | बंजारा, घुमक्कड़ |
605 | ठाठ | आडम्बर, सजावट, वैभवा |
Mera name princy jaiswal h
Me class 8th me padhti hu
Me gursiya dist. (Korba) C. G. Me rhti hu
Me bhi is pratiyogita me participate Krna chahti hu.