- 1911 ई० में एक भव्य दरबार का आयोजन ‘दिल्ली’ में इंगलैंड के सम्राट जॉर्ज-V एवं महारानी मेरी के स्वागत के लिए आयोजित किया गया।
- इस दरबार का आयोजन तत्कालीन वायसराय लॉर्ड हार्डिज ने करवाया।
- इस दरबार में बंगाल-विभाजन का निर्णय रद्द करते हुए एक नवीन प्रांत बिहार का निर्माण किया गया जिसमें बिहार एवं उड़ीसा भी शामिल थे।
- बिहार पूर्ण रूपेण 1912 ई० में ही अस्तित्व में आ पाया। बांग्ला भाषियों के लिए दोनों बंगालों को मिलाकर एक बंगाल प्रांत अस्तित्व में आया।
- दिल्ली दरबार में भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित करने की घोषणा हुई।
- राजधानी का स्थानांतरण 1912 ई० में हुआ।
- दिल्ली दरबार 1911 में लगभग 26,800 पदक दिये गये, जो कि अधिकांशतः ब्रिटिश रेजिमेंट के अधिकारी एवं सैनिकों को दिये गये थे। भारतीय रजवाड़ों के शासकों और उच्च पदस्थ अधिकारियों को भी एक छोटी संख्या में स्वर्ण पदक दिये गये थे।
- आज दिल्ली का कोरोनेशन पार्क उत्तरी दिल्ली में खाली पड़ा एक मैदान मात्र है, जिसका रिक्त स्थान, दिल्ली के अतीव ट्रैफिक एवं शहरी फैलाव के बावजूद, आश्चर्यजनक है। यह अधिकतर जंगली झाड़ियों से ढंका, उपेक्षित पड़ा है। यह मैदान, यदा कदा धार्मिक आयोजनों, या नगरमहापालिका की सभाओं हेतु प्रयोग में आता है।