जोज़िला सुरंग
- भारी हिमपात के कारण सर्दियों में जोजिला दर्रा बंद हो जाता है इसके बंद होने से सामरिक दृष्टि (चीन के साथ सर्वाधिक तनाव वाला क्षेत्र) से अत्यंत महत्त्वपूर्ण क्षेत्र लद्दाख सर्दियों में शेष भारत से पूरी तरह कट जाता है ,अतः जोज़िला सुरंग के निर्माण की आवश्यकता हुई।
- जोज़िला सुरंग का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड के माध्यम से सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।
- ज़ोजीला सुरंग परियोजना को जनवरी 2018 में भारत सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था और इसके निर्माण की शुरुआत मई 2018 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी।
- यह सुरंग श्रीनगर-कारगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित जोज़िला पास के नज़दीक हैI
- योजना के अंतर्गत जम्मू और कश्मीर राज्य में बालताल तथा मीनामार्ग के बीच पहुँच मार्गों को छोड़कर 14.2 किलोमीटर लम्बी समानांतर निकास सुरंग के साथ एकल ट्यूब वाली दो लेन की द्विदिशी 14.150 किलोमीटर लम्बी सुरंग का निर्माण करना है।
- 14.5 किलोमीटर लंबी सुरंग के निर्माण पर 6,809 करोड़ रुपए की लागत वाली परियोजना के 2023 तक पूर्ण होने का अनुमान है I
- यह भारत व एशिया की सबसे लम्बी सुरंग हैI
- यह दो लेन वाली दो तरफा सिंगल ट्यूब सुरंग होगी जिसके समानांतर एक अन्य सुरंग का निर्माण आपातस्थिति में राहत एवं बचाव कार्यो के लिये किया जाएगा।
- सुरंग के निर्माण से श्रीनगर-कारगिल तथा लेह के बीच सभी मौसमों के दौरान संपर्क उपलब्ध रहेगा तथा इन क्षेत्रों में समग्र आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक एकीकरण को सुनिश्चित करेगा I
- इस परियोजना का कूटनीतिक तथा सामाजिक-आर्थिक महत्त्व है और यह जम्मू-कश्मीर में आर्थिक रूप से पिछड़े जिलों के विकास का एक माध्यम होगी।
- अन्तर्राष्ट्रीय सीमा (पाकिस्तान की सीमा) के समीप अवस्थिति होने के कारण सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है जो सीमा तक सेना की आवाजाही को सुगम बनाएंगी I
- जोजिला टनल की लंबाई 14.15 किमी है जबकि एप्रोच रोड की लंबाई 18.63 किमी है इस प्रकार यह प्रोजेक्ट 32.78 किमी लंबा हैI
- श्रीनगर से लेह के बीच का सफर 3 घंटे से घटकर अब सिर्फ 15 मिनट का रह जाएगा I
जोजिला दर्रा
- ज़ोजीला एक उच्च पर्वतीय दर्रा है जो भारतीय लद्दाख क्षेत्र के सोनमर्ग के समीप स्थित है।
- कारगिल जिले में स्थित यह दर्रा कश्मीर घाटी को अपने पश्चिम में द्रास और सुरू घाटियों से जोड़ता है और इसके आगे पूर्व में सिंधु घाटी को जोड़ता है।
- ज़ोजिला दर्रा को अक्सर लद्दाख के प्रवेश द्वार के रूप में नामित किया जाता है।
- यह 3,528 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
- यह दर्रा लद्दाख और कश्मीर को जोड़ता है।
- लद्दाख के प्रमुख दर्रे – कराकोरम (भारत का सबसे ऊँचा दर्रा ), खारदोंग ला, चांग ला, दीगार ला और त्साका ला आदि