बुकर पुरस्कार
- बुकर पुरस्कार वर्ष 1969 से प्रदान किया जा रहा है।
- इस पुरस्कार की शुरुआत अंग्रेज़ी में प्रकाशित उपन्यासों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से की गई थी।
- बुकर पुरस्कार अंग्रेज़ी साहित्य का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है, जो कि सर्वोत्तम अंग्रेज़ी उपन्यास को दिया जाता है।
- उपन्यास का प्रकाशन यूनाइटेड किंगडम या आयरलैंड में होना चाहिये।
- इस पुरस्कार के तहत विजेताओं को 50 हज़ार पाउंड की राशि प्रदान की जाती है।
भारतीय बुकर पुरस्कार विजेता
- अरविंद अडिगा को वर्ष 2008 में उनके उपन्यास द व्हाइट टाइगर (The White Tiger) के लिये
- किरण देसाई को वर्ष 2006 में उपन्यास द इनहेरिटेंस ऑफ लॉस (The Inheritance of Loss) के लिये
- अरुधंति रॉय को वर्ष 1997 उपन्यास गॉड ऑफ स्मॉल थिंग्स (God of Small Things) के लिये
- भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी को इससे पहले वर्ष 1981 में उनके उपन्यास मिडनाइट्स चिल्ड्रेन के लिये
बुकर पुरस्कार 2021
- दक्षिण अफ्रीका के उपन्यासकार डेमोन गैलगट को उनके उपन्यास ‘द प्रॉमिस’ के लिये वर्ष 2021 के ‘बुकर पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
- डेमोन गैलगट को वर्ष 2003 और वर्ष 2010 में भी इस पुरस्कार के लिये नामित किया गया था।
- डेमोन गैलगट वर्ष 1999 के बाद दक्षिण अफ्रीका से यह पुरस्कार जीतने वाले पहले विजेता हैं।
- डेमोन गैलगट का उपन्यास ‘द प्रॉमिस’ एक श्वेत अफ्रीकी परिवार की कहानी है, जिन्होंने अपनी अश्वेत घरेलू सहायक को घर देने का वादा किया है।