कावासाकी रोग
- यह रक्त वाहिकाओं की एक तीव्र सूजन वाली बीमारी है जो मुख्यतः 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों को प्रभावित करती है।
- कोरोनरी धमनियों में सूजन जो हृदय को रक्त की आपूर्ति के लिये ज़िम्मेदार होती है, के परिणामस्वरूप वृद्धि या एन्यूरिज़्म(धमनी की दीवार की सूजन) का निर्माण होता है, जिससे दिल का दौरा पड़ता है।
- यह रोग पहली बार अंग्रेजी चिकित्सा साहित्य में 1967 में एक जापानी बालरोग विशेषज्ञ द्वारा बाताया गया था ( इस रोग का नाम उनके नाम पर रखा गया है)।
- बुखार,चकत्ते, कॉर्निया का लाल होना, होंठो का फटना एवं लाल होना और जीभ का लाल होना तथा गले में जलन व सूजन आदि इस बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं।
- प्रारंभ में इस रोग को म्यूकोक्युटेनियस लिम्फ नोड सिंड्रोम कहा जाता था ।
- कावासाकी रोग एक दुर्लभ बीमारी है।यह बीमारी जापान में ज्यादा आम है।
- यह लगभग विशेष रूप से छोटे बच्चों की एक बीमारी है। इस बीमारी के लगभग 85% बच्चे 5 साल से कम की उम्र के होते हैं।
- कावासाकी रोग एक वंशानुगत रोग नहीं है।