विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves)
- किसी देश/अर्थव्यवस्था के पास उपलब्ध कुल विदेशी मुद्रा उसकी विदेशी मुद्रा संपत्ति/भंडार कहलाती है।
- किसी भी देश के विदेशी मुद्रा भंडार में निम्नलिखित 4 तत्त्व शामिल होते हैं-
- विदेशी परिसंपत्तियाँ (विदेशी कंपनियों के शेयर, डिबेंचर, बाॅण्ड इत्यादि विदेशी मुद्रा में)
- स्वर्ण भंडार
- IMF के पास रिज़र्व कोष (रिज़र्व ट्रैंच)
- विशेष आहरण अधिकार (SDR)
विशेष आहरण अधिकार(Special Drawing Rights-SDR)
- विशेष आहरण अधिकार, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष(IMF) की मुद्रा है।
- IMF ने इसे वर्ष 1969 में अपनाने का निर्णय लिया और वर्ष 1970 से मुद्रा के रूप में अपनाया।
- व्यवहार में SDR के सिक्के या नोट चलन में नहीं होते, IMF इसे केवल अपने हिसाब-किताब के बही खाते में रखता है।
- SDR को लेखा मुद्रा, पेपर मुद्रा या कृत्रिम मुद्रा भी कहते हैं।
- SDR का मूल्य, बास्केट ऑफ करेंसी में शामिल मुद्राओं के औसत भार के आधार पर किया जाता है।
- वर्तमान में बास्केट ऑफ करेंसी में 5 मुद्राएँ शामिल हैं-
- अमेरिकी डॉलर
- जापानी येन
- यूरो
- ब्रिटिश पाउंड स्टर्लिंग
- चीनी रेमिंबी (RMB)