1857 विद्रोह
- यह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ संगठित प्रतिरोध की पहली अभिव्यक्ति थी।
- यह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना के सिपाहियों के विद्रोह के रूप में शुरू हुआ, लेकिन जनता की भागीदारी भी इसने हासिल कर ली।
- विद्रोह को सिपाही विद्रोह (ब्रिटिश इतिहासकारों द्वारा), भारतीय विद्रोह, महान विद्रोह (भारतीय इतिहासकारों द्वारा), 1857 का विद्रोह, भारतीय विद्रोह और स्वतंत्रता का पहला युद्ध (विनायक दामोदर सावरकर द्वारा) कई नामों से जाना जाता है।
1857 विद्रोह के केंद्र, नेतृत्व और दमन
- दिल्ली विद्रोह –दिल्ली विद्रोह का नेतृत्व भारतीय नेता बहादुर शाह द्वितीय ने किया तथा ब्रिटिश अधिकारी जॉन निकोलसन ने विद्रोह को दबा दिया था।
- लखनऊ विद्रोह- लखनऊ विद्रोह का नेतृत्व भारतीय नेता बेगम हजरत महल ने किया तथा ब्रिटिश अधिकारी हेनरी लारेंस ने विद्रोह को दबा दिया था।
- कानपुर विद्रोह- कानपुर विद्रोह का नेतृत्व भारतीय नेता नाना साहेब ने किया तथा ब्रिटिश अधिकारी सर कोलिन कैंपबेल ने विद्रोह को दबा दिया था।
- झाँसी और ग्वालियर विद्रोह- झाँसी और ग्वालियर विद्रोह का नेतृत्व भारतीय नेता लक्ष्मी बाई और तात्या टोपे ने किया तथा ब्रिटिश अधिकारी जनरल ह्यूग रोज ने विद्रोह को दबा दिया था।
- बरेली विद्रोह- बरेली विद्रोह का नेतृत्व भारतीय नेता खान बहादुर खान ने किया तथा ब्रिटिश अधिकारी सर कोलिन कैंपबेल ने विद्रोह को दबा दिया था।
- इलाहाबाद और बनारस विद्रोह- इलाहाबाद और बनारस विद्रोह का नेतृत्व भारतीय नेता मौलवी लियाकत अली ने किया तथा ब्रिटिश अधिकारी कर्नल ऑनसेल ने विद्रोह को दबा दिया था।
- बिहार विद्रोह- बिहार विद्रोह का नेतृत्व भारतीय नेता कुँवर सिंह ने किया तथा ब्रिटिश अधिकारी विलियम टेलर ने विद्रोह को दबा दिया था।