पुलिकट झील
- पुलिकट झील भारत के पूर्वी तट पर स्थित एक अद्वितीय जलाशय है।
- यह दो राज्यों आंध्र प्रदेश (84%) और तमिलनाडु(16%) में विस्तृत है।
- इसका निर्माण समुद्र से बालू के अलग होने से हुआ है।
- मानसून के दौरान इसका जल प्रसार क्षेत्र लगभग 720 वर्ग किलोमीटर हो जाता है।
- झील की लंबाई लगभग 60 किमी है, तथा इसकी चौड़ाई 200 मीटर से 17.5 किमी तक परिवर्तित होती रहती है।
- झील के पूर्वी किनारे पर बकिंघम नहर उत्तर से दक्षिण दिशा में श्रीहरिकोटा द्वीप के सापेक्ष प्रवाह करती है।
- सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र इसी झील के निकट श्री हरिकोटा द्वीप पर स्थित है।
- पुलिकट झील एक लेगुन झील है|
महत्व
- झील को प्रवाहमयी नदियों और नहरों के माध्यम से ताजा अथवा अक्षारीय जल तथा बंगाल की खाड़ी से जुड़े इनलेट माउथ के माध्यम से समुद्री जल प्राप्त होता है।
- झील में एक स्थानिक और कलिक अथवा अस्थाई लवणता ढाल है। यह ढाल विभिन्न पादपों तथा जंतुओं की विविधता से परिपूर्ण पारिस्थितिकीय निकेत की उत्पत्ति में सहायक होती है।
- पुलिकट झील के आसपास के 200 गांवों में रहने वाले लगभग एक लाख लोग अपनी आजीविका के लिए अपने समृद्ध मत्स्य संसाधनों के साथ अत्यधिक उत्पादक लैगून पारिस्थितिकी तंत्र पर प्रत्यक्ष रूप से निर्भर हैं।
- पुलिकट झील एक जैव विविधता हॉटस्पॉट भी है। जो प्रकृति के संरक्षण के लिए आवश्यक ,आईयूसीएन की रेड डाटा बुक में सम्मिलित , कई स्थानिक और लुप्तप्राय प्रजातियों को आश्रय देती है।
- यह कई प्रवासी पक्षियों के लिए एक एवियन स्वर्ग है तथा चरम प्रवासन की ऋतु में ययः पक्षियों की लगभग 250 प्रजातियां आती हैं जिनमें से 50 अंतरमहाद्वीपीय प्रजातियां हैं।