प्रेसिडेंटस कलर-2022
- राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने 25 मार्च, 2022 को आईएनएस वलसुरा को प्रतिष्ठित ‘प्रेसिडेंटस कलर’ यानी ‘राष्ट्रपति निशान’ प्रदान किया।
- शांति और युद्ध, दोनों समय में राष्ट्र को प्रदान की गई असाधारण सेवा के सम्मान में किसी सैन्य इकाई को राष्ट्रपति निशान प्रदान किया जाता है।
- भारतीय नौसेना पहली भारतीय सशस्त्र सेना थी, जिसे 27 मई 1951 को डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा राष्ट्रपति निशान से सम्मानित किया गया था।
- आईएनएस वलसुरा वर्ष 1942 से सेवा में है।
- यह नौसेना का प्रमुख प्रशिक्षण पोत है जहाँ नौसेना, तटरक्षक एवं अन्य मित्र राष्ट्रों के अधिकारियों व नाविकों को आईएनएस वलसुरा पर ही इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, हथियार प्रणाली एवं सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाता है।
- यह यूनिट भारतीय नौसेना के अधिकारियों और नाविकों को आवश्यक कौशल से लैस करने में हमेशा आगे रही है ताकि सूचना प्रौद्योगिकी में उन्नति के साथ अपनी गति बनाए रखने के अलावा तेज़ी से जटिल हो रही हथियारों और इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियों की युद्ध क्षमता को बरकरार रखा जा सके।
- इस अवसर की याद में माननीय राष्ट्रपति द्वारा एक विशेष डाक कवर भी जारी किया गया।