वर्ष 1991 में असम राइफल्स द्वारा जम्मू और कश्मीर में किये गए एक एकल आतंकवाद विरोधी अभियान में 72 आतंकवादियों को मार गिराया गया तथा 13 अन्य को गिरफ्तार किया गया था।
असम राइफल्स की टुकड़ी नियमित गश्त के लिए चौकीबल स्थित बटालियन मुख्यालय से रवाना हुई थी। सर्दी के कारण खाली हुई दुधी पोस्ट की जांच के लिए गश्त की गई।
इस ऑपरेशन के दौरान भीषण गोलाबारी में सैनिक राम कुमार आर्य और कामेश्वर प्रसाद शहीद हो गए और आर.के. यादव गंभीर रूप से घायल हो गए थे
यह ऑपरेशन एक बटालियन द्वारा चलाया गया था जिसमें नायब सूबेदार पदम बहादुर छेत्री की कमान के तहत 14 अन्य रैंकों के साथ एक जूनियर कमीशंड अधिकारी शामिल थे।
यह किसी भी सुरक्षा बल द्वारा चलाया गया अब तक का सबसे सफल आतंकवाद रोधी अभियान है।
हाल ही में ऑपरेशन दुधी के जीवित सैनिकों को असम राइफल्स द्वारा सम्मानित किया गया।