पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया(PFI)
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया(PFI) का गठन वर्ष 2007 में दक्षिण भारत में तीन मुस्लिम संगठनों के विलय द्वारा किया गया था।
ये संगठन नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट(NDF) ,केरल , फोरम फॉर डिग्निटी,कर्नाटक और मनिथा नीथी पासराय,तमिलनाडु हैं।
PFI के गठन की औपचारिक घोषणा 16 फरवरी, 2007 को “एम्पॉवर इंडिया कॉन्फ्रेंस” के दौरान बंगलूरू में आयोजित एक रैली में की गई थी।
द पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) की एक शाखा है।
सरकार ने SIMI को वर्ष 2001 में प्रतिबंधित कर दिया था।
आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, दिल्ली, गोवा, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में PFI संगठन सक्रिय है।
12 फरवरी, 2019 को झारखंड सरकार ने आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम 1908 की धारा 16 के तहत PFI को एक गैरकानूनी संगठन घोषित किया था।
भारत सरकार ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और उससे जुड़े संगठनों पर आतंकी संबंध रखने की वजह से पाँच साल के लिये प्रतिबंध लगा दिया है।