AI platform Bhashini: why it is special and how it will work (Bhashini AI)
सरकार भारतीय भाषाओं के बीच अंतर को दूर करने के लिए AI प्लेटफॉर्म लाने जा रही है। Bhashini AI है। इसके आने के बाद प्रत्येक नागरिक अपनी स्थानीय भाषा में कंटेंट पढ़ सकेगा।पीएम मोदी ने इसका जिक्र जी-20 की मंत्रियों की बैठक में भी किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने बेंगलुरु में G20 इकनॉमी मिनिस्ट्रियल मीट को संबोधित करते हुए कहा कि भारत एक कृत्रिम बुद्धि (AI)से संचालित भाषा अनुवाद मंच ‘भाषिणी’ बना रहा है। केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पीएम की घोषणा से ठीक तीन दिन पहले घोषणा की कि डिजिटल इंडिया के विस्तार से अब ‘भाषिणी’ 10 की जगह 22 भाषाओं का अनुवाद करेगी। मोदी सरकार इसे एक बड़ा प्रोजेक्ट मानती है। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने SCO समिट में गर्व से दुनिया को ‘भाषिणी’ के बारे में बताया था। साथ ही, उन्होंने कहा कि भारत इस तकनीक को दुनिया के साथ साझा कर खुश होगा। आइए देखें कि “भाषिणी” कैसे काम करता है।
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भाषिणी कैसे काम करता है? (How does Bhashini work?)
यह परियोजना इस वेबसाइट पर उपलब्ध है: https://www.bhasini.gov.in/en/ और इसका लक्ष्य है कि एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाया और विकसित किया जाए जहां कई हितधारक शामिल हो सकें, जैसे संस्थान, उद्योग, अनुसंधान समूह, शिक्षाविद और व्यक्ति। डेटा, प्रशिक्षण और बेंचमार्क डेटासेट, खुले मॉडल, उपकरण और प्रौद्योगिकियों के निरंतर विकसित होने वाले भंडार को सुरक्षित रखने के लिए एकजुट हों।
भाषादान का क्या अर्थ है?(What is the meaning of Bhashadan ?)
“भसादान”, अनुभाग जो लोगों को कई क्राउडसोर्सिंग योजनाओं में भाग लेने की अनुमति देता है और संबंधित एंड्रॉइड और आईओएस ऐप के माध्यम से भी उपलब्ध है। योगदान चार तरह से हो सकता है: सुनो इंडिया , लिखो इंडिया, बोलो इंडिया और देखो इंडिया।
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भाषिणी AI बनाने का क्या उद्देश्य है? (What is the purpose of making Bhashini AI?)
नैशनल भाषा टेक्नॉलजी मिशन का यह परियोजना कई लक्ष्यों को पूरा करेगी। इसका उद्देश्य एक ऐसा इकोसिस्टम बनाना है, जिसके तहत सरकारी पोर्टल, छोटे और मध्यम उद्यमों (MSME) और स्टार्टअप भारतीय भाषा में अपने प्रोडक्ट और सेवाओं को भारतीय भाषा में डिवेलप कर सकेंगें। ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लैटफॉर्म सरकार, उद्योग और शोध संस्थाओं को एकजुट करेगा। इसके जरिए अंग्रेजी नहीं बोलने वाले लोगों को अपनी मातृभाषा में इंटरनेट उपयोग करने के लिए भी प्रेरित करेगा। Internet पर लोग अपनी भाषा में कंटेट बना सकेंगे। Internet पर अपनी भाषा में Search और अपनी भाषा में बात कर पाएंगे।
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Bhashini AI की आवश्यकता क्यों है ? (Why is Bhashini AI needed?)
क्योंकि आज इंटरनेट पर उपलब्ध अधिकांश सामग्री अंग्रेजी में है। भारतीय भाषाओं में बहुत कम सामग्री उपलब्ध है। साथ ही, 2021-22 में एक सर्वे ने पाया कि 53% भारतीय इंटरनेट नहीं उपयोग करते क्योंकि सामग्री उनकी भाषा में नहीं है। सरकार यह समस्या दूर करने के लिए Bhashini AI लाने जा रही है। इसके आने के बाद भारतीय भाषाओं के बीच को कोई समस्या नहीं होगी।
भाषिणी को अहम क्यों माना जाता है?(Why is Bhashini considered important?)
मोदी सरकार ने डिजिटल ट्रांसफर्मेशन को अपनी सरकार का एक बड़ा उपलब्धि बताया है। सरकार 22 आधिकारिक भाषाओं, 122 प्रमुख भाषाओं और 1599 अतिरिक्त भाषाओं को डिजिटल कड़ी में शामिल करना चाहती है। सरकार भाषिणी के प्रति उत्साहित है।