तांबे का क्या उपयोग है? यह भारत में कहां कहां पाया जाता है? भारत में ताँबे की मांग की पूर्ति कहाँ से की जाती हैं?
तांबे का उपयोग:- भारत में तांबे का उपयोग प्राचीन काल से किया जा रहा है। लोहे की खोज होने से पूर्व ताँबा ही सभ्यता के विकास का आधार था। यहां तांबे की मूर्तियां सिक्के तथा बर्तन आदि प्राचीन काल से ही बनाए जाते हैं। विद्युत और ताप का सुचालक होने के कारण वर्तमान युग में तांबा बिजली के उपकरणों के निर्माण में अधिक प्रयोग किया जाता है। अधिकांश बिजली के तार तथा मशीनी उपकरणों का निर्माण भी तांबे से ही किया जाता है।
ताँबा भू गर्भ में तथा कायांतरित शैलो की परतों से प्राप्त होता है। ताँबा अयस्क रूप में प्राप्त होने के कारण उपयोग करने से पूर्व तांबे का शोधन किया जाता है।
भारत में तांबे का वितरण:- तांबे के उत्पादन में भारत अधिक धनी देश नहीं है। यहाँ 41.7 करोड़ टन तांबे के सुरक्षित भंडार होने का अनुमान लगाया गया है। घरेलू मांग में वृद्धि को देखते हुए भारत में तांबे के उत्पादन को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
1. भारत में झारखंड राज्य का तांबा उत्पादन में प्रथम स्थान है। जहां तांबा उत्पादक क्षेत्र 130 किमी की लंबाई में उड़ीसा राज्य की सीमा तक विस्तृत है।
2. सिंहभूम हजारीबाग एवं परगना प्रमुख तांबा उत्पादक जिले हैं।
3. मध्यप्रदेश राज्य देश का 20% ताँबा उत्पादक है।
4. जबलपुर, बालाघाट, होशंगाबाद, सागर तथा बस्तर जिले से ताँबा निकाला जाता है।
5. आंध्र प्रदेश में नेल्लूर खम्मम अनंतपुर और गुंटूर जिलों से तांबा प्राप्त होता है।
6. राजस्थान में खेतड़ी झुंझुनू अलवर सिरोही एवं उदयपुर आदि स्थानों से तांबा मिलता है। जहां हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड खेतड़ी कॉपर प्रोजेक्ट द्वारा तांबा उत्खनन का कार्य आरंभ किया गया है।
7. कर्नाटक के हसन चित्रदुर्ग जिलों में भी तांबा मिलता है।
8. सिक्किम जम्मू-कश्मीर पश्चिम बंगाल एवं मणिपुर प्रमुख तांबा उत्पादक राज्य है।
उत्पादक:-
सन 2002 -03 में भारत में तांबा 153 हजार टन ताँबा अयस्क का उत्पादन हुआ था।
भारत में ताँबे की मांग की पूर्ति:-
भारत में मांग की अपेक्षा तांबे का उत्पादन कम है इसकी मांग विदेशों से आयात द्वारा पूरी की जाती है। यहां तांबे का आयात संयुक्त राज्य अमेरिका जापान आदि से की जाती है।
तांबे के बर्तन में पानी क्यों पियें –
– यह हमारे पाचन तंत्र को सुधारता है.
– वजन कम करने में सहायक है.
– घावों को जल्दी भरता है.
– बुढ़ापे की दर को कम करता है.
– हमारे हृदय (cardiovascular) तंत्र को पुष्ट करता है और हाइपरटेंशन (hypertension) में लाभदायक है.
– कैंसर का प्रतिरोधक है.
– बैक्टीरिया को मारता है.
– दिमाग को स्टीमुलेट करता है.
– थायराइड को नियंत्रित करता है.
– संधिवात (arthritis) और जोड़ों की सूजन कम करता है.
– खून की कमी (anemia) दूर करता है.
– कोलेस्ट्रोल कम करता है.
– लीवर, स्प्लीन और लिंफ सिस्टम (lymph system) के लिए टॉनिक का काम करता है.
– मैलेनिन (melanin) की रक्षा करता है.
– शरीर को लौह तत्व (iron) एब्सॉर्ब करने में सहायक है.
– किडनियों को साफ करता है.