प्रवासी भारतीय दिवस (Pravasi Bhartiya Divas)
- प्रवासी भारतीय दिवस(PBD) भारत में हर वर्ष 9 जनवरी को मनाया जाता है।
- यह दिन 9 जनवरी, 1915 को मुंबई (बॉम्बे) में दक्षिण अफ्रीका से महात्मा गांधी की वापसी की याद में भी मनाया जाता है।
- भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को चिह्नित करने के लिए यह दिन मनाया जाता है।
- यह दिन औपचारिक रूप से 2003 में स्थापित किया गया था।
- इस दिन के समारोह प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्रालय और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की), भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा प्रायोजित हैं।
- वर्ष 2003 से प्रवासी दिवस मनाने की शुरुआत की गई लेकिन वर्ष 2015 में इसे संशोधित किया गया और हर दो वर्ष पर इसे मनाने का निर्णय लिया गया।
- PBD सम्मेलन हर दो वर्ष में एक बार आयोजित किया जाता हैं।
- इस दिन सरकार प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार भी प्रदान करती है।
- यह दिवस प्रवासी भारतीय समुदाय को सरकार और देश के मूल लोगों के साथ जुड़ने के लिये एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- 16वां प्रवासी भारतीय दिवस नई दिल्ली में “आत्मनिर्भर भारत में योगदान” थीम के साथ आयोजित किया गया था।
- 17वें प्रवासी भारतीय दिवस 2023 का आयोजन अगले साल जनवरी में इंदौर में किया जाएगा।
सरकारी पहलें
- प्रवासी कौशल विकास योजना (PKVY)- प्रवासी भारतीय कामगारों के कौशल विकास की प्रक्रिया को संस्थागत बनाना।
- प्रवासी बच्चों के लिये छात्रवृत्ति कार्यक्रम (SPDC)- स्नातक पाठ्यक्रमों हेतु भारतीय मूल के व्यक्तियों (PIO) और अनिवासी भारतीय (NRI) छात्रों को प्रतिवर्ष 100 छात्रवृत्तियाँ प्रदान की जाती हैं।
- ‘भारत को जानो’ कार्यक्रम (केआईपी)- यह भारतीय मूल के युवाओं (18-30 वर्ष) को उनकी भारतीय मूल और समकालीन भारत से परिचित कराता है।
- ई-माइग्रेट सिस्टम- यह एक विदेशी नियोक्ता डेटाबेस है। यह कल्याण सुनिश्चित करता है और प्रवासियों के शोषण पर रोक लगाता है।
- VAJRA (उन्नत संयुक्त अनुसंधान संकाय का दौरा) योजना-यह एक रोटेशन कार्यक्रम को औपचारिक रूप देता है जिसमें शीर्ष NRI वैज्ञानिक, इंजीनियर, डॉक्टर, प्रबंधक और पेशेवर एक संक्षिप्त अवधि के लिये भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों की सेवा करते हैं।