हिमाचल प्रदेश | सामान्य ज्ञान | सभी महत्वपूर्ण तथ्य
स्थापना -25 जनवरी, 1971
क्षेत्रफल -55673 वर्ग किमी
लिंगानुपात -974
मुख्य भाषा -हिन्दी, पहाड़ी व डोगरी
राजधानी -शिमला
जनसंख्या -6856509
साक्षरता -83.78%
जनसंख्या घनत्व -123
जिलों की संख्या -12
इतिहास
यह पश्चिमी हिमालय की गोद में बसा हुआ है। इसे ‘देवभूमि’ भी कहा जाता है। प्रागैतिहासिक काल में यहाँ कोल, किरात और नाग जातियाँ भी रहती थीं।
यहाँ कुणिन्दों तथा औदुम्बरों ने बहु-जनजातीय राज्य स्थापित किए। अप्रैल,1948 में 30 रियासतों के 27000 वर्ग किमी क्षेत्र को मिलाकर इस राज्य को केन्द्र शासित प्रदेश बनाया गया।
वर्ष 1954 में ‘ग’ श्रेणी की रियासत बिलासपुर को इसमें सम्मिलित किया गया। अत: इसका क्षेत्रफल 28241 वर्ग किमी हो गया।
वर्ष 1966 में जब पंजाब के पहाड़ी क्षेत्रों को इसमें सम्मिलित किया तो इसका क्षेत्रफल 55673 वर्ग किमी हो गया।
विभिन्न महत्वपूर्ण तथ्य
यह राज्य हिमालय की शिवालिक श्रेणी का हिस्सा है । इसके उत्तर में जम्मु-कश्मीर दक्षिण-पूर्व में उत्तराखण्ड तथा उत्तर प्रदेश, दक्षिण में हरियाणा व पश्चिम में पंजाब है । इसके पूर्व में तिब्बत की सीमा लगी है।
नदियाँ -चेनाब, रावी, व्यास, सतलुज और यमुना आदि
बागवानी -हिमाचल मे विभिन्न प्रकार के फल उगाए जाते हैं। सेब, नाशपाती, आलू, बेर, खुबानी, गुव्ली, आम, लीची, अमरूद, और झरबेरी आदि ।
वानिकी -वन रिकॉर्ड के अन्तर्गत यही 37033 वर्ग किमी कुल वन क्षेत्र है। यहाँ दो राष्ट्रीय पार्क (ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क, पाइन वैली नेशनल पार्क) व 32 वन्यजीव अभ्यारण्य हैं ।
पर्यटन -चम्बा घाटी (रावी नदी के दाएँ किनारे पर), डलहौजी, धर्मशाला (दलाई लामा का अस्थायी मुख्यालय), कुफरी, मनाली, कुल्लू (हस्तशिल्प), शिमला।
बिजली परियोजनाएँ -पौंग बाँध परियोजना (देश का सबसे ऊँचा रॉकफिल डैम), भाखड़ा बाँध परियोजना (एशिया का सबसे ऊँचा बाँध)
लोकनृत्य -माला नृत्य (पारम्परिक नृत्य इसमें उनके हाथ में बुनी माला के मोती का हथियार होता है ।)
दानव नृत्य (किन्नौर में दानव मुखौटा पहनकर), शान और शोबू नृत्य (लाहौल घाटी मे, बौद्ध नृत्य)
संस्थान -केन्द्रीय आलू शोध संस्थान (शिमला), केन्द्रीय शोध संस्थान (कसौली ), शीतोष्ण वन अनुसंधान सस्थान (शिमला)