कश्मीर का उल्लेख राजतरंगिणी मे मिलता है। ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी मे सम्राट अशोक ने कश्मीर मे बौद्ध धर्म का प्रसार किया, तत्पश्चात कनिष्क ने इसकी जड़ें और गहरी की।
छठी शताब्दी के प्रारम्भ में कश्मीर पर हूणो ने अधिकार कर लिया। कश्मीर के हिन्दू राजाओ में ललितादित्य प्रमुख राजा हुआ।
कश्मीर में इस्लाम का आगमन 13 वीं और 14 वीं शताब्दी में हुआ, वही मुस्लिम शासक जैन-उल-आबिदीन हुआ जिसे कश्मीर का अकबर भी कहा जाता है।
1586 ई में कश्मीर अकबर के राज्य में मिला लिया गया। 1752 ई. मे कश्मीर अफगानी शासक अहमदशाह अब्दाली के हाथों चला गया |
जम्मू का उल्लेख हडप्पाई अवशेषों, मौर्य, कुषाण तथा गुप्त कलाकृतियो से स्पष्ट होता है।
1733 से 1782 ई. तक जम्मू राजा रणजीत सिंह के पास था। बाद में यह गुलाब सिह को सौप दिया।
वर्ष 1947 तक जम्पू पर डोगरा शासकों का अधिकार था। 26 अक्तूबर, 1947 को महाराजा हरि सिह ने भारतीय सघ मे विलय के समझौते पर हस्ताक्षर किए |
विभिन्न महत्वपूर्ण तथ्य
यह भारत के उत्तरी किनारे पर स्थित राज्य है, इसके पूर्व में तिब्बत, उत्तर में चीन, दक्षिण में हिमाचल प्रदेश व पजाब, उत्तर-पश्चिम मे अफगानिस्तान व पश्चिम मे पाकिस्तान है।कश्मीर में मुख्यतः दो पर्वत श्रेणी है -सुदूर उत्तर मे काराकोरम तथा दक्षिण में हिमालय जास्कर श्रेणी।
नदियाँ -सिन्धु, श्योक, गिलगित, जास्कर, चेनाब, झेलम, किशन गंगा
कृषि -केसर, शहद तथा बासमती जैसे दुर्लभ कृषि उत्पाद यही मिलते है।
श्रीनगर मे ट्यूलिप गार्डन, एशिया का सबसे बडा ट्यूलिप गार्डन है ।
वन -राज्य के 20230 वर्ग किमी क्षेत्र मे वन हैं । 90.68%वन क्षेत्र मे कोनीफर्स 5.32% देवदार. 9.02% चीड, 9.73% केल, 16.81% फर तथा 49.80% अन्य क्षेत्र गैर-कोनीफर्स प्रजातियों का है ।
उद्योग -हस्तशिल्प यहाँ का प्रमुख उद्योग है। कागज से बनी वस्तुएँ शॉल, कालीन तथा लकड़ी पर नक्काशी प्रमुख हैं ।
लोकनृत्य -चकरी (वाद्य यन्त्रों द्वारा कहानियों को गाकर-नाचकर सुनाया जाता है ।) रउफ (लड़कियों द्वारा ईद, शादी इत्यादि पर), लउशाह (गायन का व्यंगात्मक रूप), सूफियाना कलाम (संतूर के साथ)
पर्यटन स्थल -पहलगाम, गुलमर्ग, जम्पू वैली, कश्मीर घाटी, लेह, जास्कर, कारगिल, पटनीटोप
संस्थान -रीजनल रिसर्च लैबोरेटरी(जम्मू), शेर-ए-कश्मीर, इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइन्म, शेर-ए-कश्मीर, यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइन्स एवं टेक्नोलोजी (श्रीनगर)