3000 से 1000 ईसा पूर्व के मध्य यहाँ की संस्कृति सिन्धु प्रकार की थी। बारहवीं शताब्दी के लगभग चौहान राजपूतों ने यहाँ अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया था। चौहानों के बाद यहाँ मेवाड़ के गहलौतों का शासन था।
मेवाड़ के अतिरिक्त अन्य जो रियासतें थीं वे हैं-मारवाड़, जयपुर, बूँदी, कोटा, भरतपुर और अलवर।
वर्ष 1857 के विद्रोह के पश्चात् यहाँ के लोग महात्मा गाँधी के नेतृत्व में एकजुट हुए।
वर्ष 1948 में बिखरी हुई रियासतों को एक करने की प्रक्रिया प्रारम्भ हुई। वर्ष 1948 में मत्स्य संघ बना, बाद में बाकी रियासतें भी इसमें शामिल हुईं।
वर्ष 1949 तक बीकानेर, जयपुर जोधपुर और जैसलमेर जैसी मुख्य रियासतें इसमें सम्मिलित हो गईं और यह वृहतर राजस्थान संयुक्त्त राज्य कहलाया।
वर्ष 1958 में अजमेर,आबू रोड तालुका और सुनेल टप्पा के भी शामिल हो जाने के बाद राजस्थान का पूर्ण अस्तित्व आया।
विभिन्न तथ्य
क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है। राजस्थान क्वई पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान, उत्तर में पंजाब, उत्तर-पूर्व में हरियाणा, पूर्व में उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में मध्य प्रदेश और दक्षिण-पश्चिम में गुजरात हैं ।
कृषि -राज्य की प्रमुख फसलें-धान, ज्वार, जौ, बाजरा, मक्का, चना, गेहूँ, तिलहन, दाले, कपास व तम्बाकू हैं।
सिंचाई परियोजना -चम्बल घाटी बहुउद्देशीय परियोजना के तहत तीन बाँध व एक बैराज का निर्माण किया गया है-गाँधी ‘ सागर (मध्य प्रदेश), राणा प्रताप सागर जवाहर सागर एवं कोटा बैराज (राजस्थान)।
उद्योग तथा खनिज -राज्य में जिंक कन्सण्ट्रेट, पन्ना, गार्नेट, जिप्सम, चाँदी, एस्वेस्टस. फैल्सपार तथा अभ्रक के प्रभुर भण्डार हैं। राज्य में नमक, रॉक फॉस्फेट, संगमरमर तथा लाल पत्थर भी अत्यधिक मात्रा में मिलता है। देबी (उदयपुर) मे जस्ता गलाने का संयन्त्र तथा खेतरी (झुँझनू में ताँबा परियोजना चल रही है, बहुउददेशीय विशेष आर्थिक क्षेत्र महेन्द्र वर्ल्ड जयपुर में बना है तथा सीतापुर (जयपुर) में देश का प्रथम निर्यात संवर्द्धन पार्क बनाया गया है।
त्यौहार -होली. दिवाली. विजयदशमी, क्रिसमस के अतिरिक्त तीज, गणगौर (गौरी पूजा), अजमेर शरीफ और गलियाकोट के वार्षिक उर्स, बेणेश्वर (डूंगरपुर) का जनजातीय कुम्भ, श्री महावीर जी (सवाई माधोपुर मेला), रामदेवरा (जैसलमेर), जम्भेश्वर जी (मुकाम-बीकानेर ), कार्तिक पूर्णिमा, पशु मेला (पुष्कर,अजमेर) और श्याम जी मेला (सीकर) इत्यादि ।
लोकनृत्य -घूमर नृत्य (महिलाओं द्वारा शादियों के समय ), कच्ची घोड़ी (घोड़ा नृत्य ), कठपुतली नृत्य, सपेरा नृत्य । (कालबेलिया समुदाय द्वारा), तेरह ताली (भक्ति नृत्य), भावी नृत्य (महिलाओं द्वारा सिर पर सात या नौ पीतल के कलश रखकर)।
पर्यटन स्थल -जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर, माउण्ट आबू, अलवर में सरिस्का बाघ विहार, भरतपुर में केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी विहार, अजमेर, जैसलमेर, पाली, चित्तौड़गढ़, बूँदी, कोटा, झालावाड और शेखावटी आदि।
परिवहन – सडकें मार्च, 2०12 को राजस्थान में सड़कों की कुल लम्बाई 1894०2 किमी थी ।
रेलवे जोधपुर, जयपुर, बीकानेर, सवाई माधोपुर, कोटा, उदयपुर और भरतपुर राज्य के प्रमुख रेलवे जंक्शन हैं । मार्च, 2010 को राज्य में रेलवे लाइन की कुल लम्बाई 5780.12 किमी है|
उड्डयन जयपुर हवाई अड्डे से सभी प्रमुख शहर जुड़े हैं इनमें दिल्ली, मुम्बई, अहमदाबाद, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, बंगलुरु, पुणे और गुवाहाटी के लिए नियमित विमान सेवाएँ हैं । दुबई, मस्कट तथा शारजाह के लिए भी उपलब्ध है ।