वर्तमान में भारत के GDP में कृषि क्षेत्र का 17.1% योगदान है, जबकि 1950-51 में कृषि क्षेत्र का योगदान 55.40 % था भारत में कृषि क्षेत्र का 60% भाग पूर्णत: वर्षा पर निर्भर है भारत में कृषि क्षेत्र के GDP…
Agriculture
भौतिक कारक जलवायु– जलवायु कृषि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पौधों को उनके विकास के लिए पर्याप्त गर्म तथा नम जलवायु की आवश्यकता होती है। पौधे के अानुवंशिक गुण भी जलवायु से प्रभावित होकर प्रदर्शित होते हैं | तापमान –…
पारिस्थितिकी (इकोलॉजी) तथा मानव से सम्बन्ध
पारिस्थितिकी (इकोलॉजी) पारिस्थितिकी (इकोलॉजी) जीव विज्ञान की वह शाखा है जिसके अन्तर्गत जीवों और उसके बाह्य वातावरण के पारस्परिक संबंधों का अध्ययन किया जाता है।, प्रत्येक जन्तु या वनस्पति एक निश्चित वातावरण में रहता है। इकोलॉजी को तीन शाखाओं में बाँटा…
क्या होती हैं नकदी फसलें ??
नकदी फसलों के अंतर्गत उन व्यापारिक फसलों को सम्मिलित करते हैं , जिन्हें आमदनी के लिए सीधे या अर्ध प्रसंस्कृत रूप से किसानों द्वारा बेचा जाता है| इनमें गन्ना, तम्बाकू, रेशेदार फसलें कपास, जूट, मेस्ट एवं तिलहन फसलें जैसे सरसों,…
शुष्क-भूमि कृषि (Dryland farming) सिंचाई किये बिना ही कृषि करने की तकनीक है। यह उन क्षेत्रों के लिये उपयोगी है जहाँ बहुत कम वर्षा होती है। इसके अंतर्गत उपलब्ध सीमित नमी को संचित करके बिना सिंचाई के ही फसलें उगायी…
उर्वरक (Fertilizers) कृषि में उपज बढ़ाने के लिए प्रयुक्त रसायन हैं जो पेड-पौधों की वृद्धि में सहायता के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। पानी में शीघ्र घुलने वाले ये रसायन मिट्टी में या पत्तियों पर छिड़काव करके प्रयुक्त किये…
क्या है संधारणीय कृषि अथवा टिकाऊ कृषि ?
संधारणीय कृषि अथवा टिकाऊ कृषि बदलते पर्यावरण अर्थातृ धरती के तापक्रम में वृध्दि, समुद्र के स्तर में बढ़ोतरी एवं ओजोन की परत में क्षति आदि नई उत्पन्न विषमताओं में कृषि को संधारणीयता देने के साथ-साथ बढ़ती आबादी को अन्न खिलाने…
भारत का दुग्ध उद्योग – India’s dairy industry
भारत गांवों में बसता है। हमारी 72% से अधिक जनसंख्या ग्रामीण है तथा 60% लोग कृषि व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। करीब 7 करोड़ कृषक परिवार में प्रत्येक दो ग्रामीण घरों में से एक डेरी उद्योग से जुड़े हैं। भारतीय दुग्ध उत्पादन…