Know about a person who used to give loans to banks बहुत समय पहले भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था। भारत विश्वव्यापी व्यापार का एक बड़ा हिस्सा हुआ करता था। भारत में उस समय अंग्रेजी हुकूमत नहीं थी। यह 18वीं शताब्दी…
History
क्या है गिलगमेश? जिसका ये पत्थर चर्चा का विषय बना हुआ है
गिलगमेश का महाकाव्य साहित्य के सबसे पुराने जीवित कार्यों में से एक है, जो प्राचीन मेसोपोटामिया से संबंधित है। यह गिलगमेश की कहानी बताती है, जो एक पौराणिक राजा है जो अनन्त जीवन के रहस्य की खोज करने के लिए…
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को दिल्ली में संसद के नए भवन का उदघाटन करेंगे.इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेंगोल की स्थापना करेंगे माना जा रहा है कि कुछ नई परंपराएं भी शुरू होंगी | सेंगोल को…
पृथ्वीराज चौहान (Prithviraj Chauhan) का सम्पूर्ण जीवन परिचय
पृथ्वीराज चौहान, चौहान राजवंश का प्रसिद्ध राजा थे। वह चौहान वंश मे जन्मे पृथ्वीराज आखिरी हिन्दू शासक थे| सम्राट पृथ्वीराज चौहान का जन्म साल 1166 में अजमेर के राजा सोमेश्वप चौहान के घर हुआ था। कर्पूरी देवी पृथ्वीराज चौहान की…
आधुनिक भारतीय इतिहास के वन लाइनर प्रश्न फ्री E-Book
डाउनलोड कीजिये GS Pointer आधुनिक भारतीय इतिहास के वन लाइनर प्रश्न PDF Format में, ये ई बुक सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये समान रूप से उपयोगी है, इस ईबुक में पिछले वर्षों में प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों का…
[65+ Facts] आधुनिक भारत में सामाजिक-धार्मिक आंदोलन
SOCIO-RELIGIOUS MOVEMENTS IN MODERN INDIA 19वीं शताब्दी में भारत में यूरोपीय तर्ज पर हुए पुर्णजागरण (सुधार आंदोलनों) को प्रकृति के आधार पर दो वर्गों में बांटा जा सकता है – 2. पुनर्नवीकरण आंदोलन (Revivalist movements) – आर्य समाज, रामकृष्ण मिशन…
भारतीय इतिहास की इन बातों पर आपको गर्व होगा !
भारत का एक समृद्ध और विविध इतिहास है जो 5,000 से अधिक वर्षों तक फैला हुआ है। सिंधु घाटी सभ्यता, जो 2500 ईसा पूर्व से 1900 ईसा पूर्व तक फली-फूली, दुनिया की सबसे शुरुआती और सबसे उन्नत सभ्यताओं में से…
विश्व इतिहास 80 तथ्यों में | सवाल यहीं से बनते हैं !
पुनर्जागरण पुनर्जागरण (फ्रांसीसी भाषा का शब्द है) जिसका अर्थ होता है- ‘फिर से जागना’। पुनर्जागरण का प्रारंभ इटली ( यूरोप) के फ्लोरेंस नगर से माना जाता है। यह एक बौद्धिक आंदोलन था। पुनर्जागरण के दौरान कला (Art) के क्षेत्र में…
कौन है इंडियन होम रूल सोसायटी के संस्थापक ?
इंडियन होम रूल सोसायटी लंदन स्थित भारतीय संगठन इंडियन होम रूल सोसायटी का गठन 18 फ़रवरी 1905 को किया गया था। इसके संस्थापक सदस्य श्यामजी कृष्ण वर्मा थे। उन्होने ब्रिटेन में भीकाजी कामा, दादा भाई नारोजी और सरदार सिंह जी…
साहित्यिक स्रोतों से सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले 20 सवाल
भगवान् श्रीकृष्ण का उल्लेख सबसे पहले छान्दोग्यपनिषद में आया है ! सत्यमेव जयते मुन्डोकपनिषद से लिया गया है इसी में यज्ञ की तुलना दूटी हुई नाव से की गयी है महाभारत विश्व का सबसे बड़ा महाकाव्य है इसे पांचवे वेद…
जलियाँवाला बाग हत्याकांड वृतान्त
जलियाँवाला बाग हत्याकांड ब्रिटिश सरकार द्वारा साल 1919 में हमारे देश में कई तरह के शोषणकारी कानून लागू किए गए थे। इसी क्रम में 10 मार्च, 1919 को इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल द्वारा एक और शोषणकारी क़ानून ‘रॉलेक्ट एक्ट’ पास किया…
कौन-सा इस्लामिक विवरण ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है? अबुरिहान मुहम्मद बिन अलबरूनी के ‘तहकीक-ए-हिन्द’ नामक ग्रन्थ में विवरण। मध्यकालीन भारतीय इतिहास की जानकारी के कौन-से चार प्रमुख स्त्रोत हैं?- ऐतिहासिक अभिलेख, साहित्य, विवेशी विवरण, मुद्रा मध्यकालीन भारत को कितने खण्डों…
प्राचीन भारत के इतिहास के स्त्रोत – OneLiner Notes in Hindi
प्राचीन भारतीय इतिहास के सन्दर्भ में स्रोतों को कितने भागों में विभक्त किया जा सकता है। – साहित्यिक स्रोत, पुरातात्विक स्त्रोत व विदेशी विवरण ऐतिहासिक दृष्टि पर आधारित पहला भारतीय ग्रन्थ कौन-सा है? कल्हणकृत ‘राजतरंगिणी’ भारतीय समाज मुख्य रूप से…
कोणार्क सूर्य मंदिर कोणार्क सूर्य मंदिर पूर्वी ओडिशा के पवित्र शहर पुरी के पास स्थित है। इसका निर्माण राजा नरसिंहदेव प्रथम द्वारा 13वीं शताब्दी (1238-1264 ई.) में किया गया था। यह गंग वंश के वैभव, स्थापत्य, मज़बूती और स्थिरता के…
अति महत्वपूर्ण 1857 विद्रोह के केंद्र, नेतृत्व और दमन
1857 विद्रोह यह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ संगठित प्रतिरोध की पहली अभिव्यक्ति थी। यह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना के सिपाहियों के विद्रोह के रूप में शुरू हुआ, लेकिन जनता की भागीदारी भी इसने हासिल कर ली।…
आइना-ए-अकबरी संक्षिप्त विवरण
आइना-ए-अकबरी आइना-ए-अकबरी नामक पुस्तक मुगल शासक अकबर के प्रशासन से संबंधित है। यह अकबर के दरबारी इतिहासकार अबुल फज़ल द्वारा रचित थी। यह पुस्तक फ़ारसी भाषा में लिखी गई थी। आइना-ए-अकबरी अबुल फज़ल द्वारा रचित ‘अकबरनामा’ का ही एक भाग…