तांबे का क्या उपयोग है? यह भारत में कहां कहां पाया जाता है? भारत में ताँबे की मांग की पूर्ति कहाँ से की जाती हैं? तांबे का उपयोग:- भारत में तांबे का उपयोग प्राचीन काल से किया जा रहा है। लोहे…
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शैवालों का आर्थिक महत्व | लाभ एवं हानियाँ
प्रागैतिहासिक काल से ही मानव शैवालों का विभिन्न रूपों में प्रयोग करता रहा है। मानव के बौद्धिक विकास एवं असीमित एवं अनंत आवश्यकताओं के कारण शैवालों के महत्त्व में भी वृद्धि हुई। शैवालों के लाभप्रद उपयोग:-शोधों के आधार पर यह…
जापान में किस प्रकार की कृषि की जाती है ?
जापान की कृषि की प्रमुख विशेषताएं एवं जापान की प्रमुख कृषि फसलों का वर्णन:- जापान की कृषि की प्रमुख विशेषताएं:- धरातलीय विषमता के कारण जापान की करीब 15% भूमि कृषि योग्य है। इसकी दो-तिहाई भूमि पर्वतों एवं जंगलों के अंतर्गत…
भारत में कृषि श्रमिकों की समस्या के निदान हेतु भारत सरकार द्वारा किए गए प्रयास कृषि श्रमिक:- वह व्यकित जो किसी व्यक्ति की भूमि पर केवल एक श्रमिक (मजदूर) के रूप में कार्य करता है। तथा अपने श्रम (काम) के…
खाद क्या होता है | वर्गीकरण | प्रकार
खाद (Manure) जल के अतिरिक्त वह सब पदार्थ जो भूमि में मिलाए जाने पर उसकी उर्वरकता में सुधार करते हैं, खाद कहलाते हैं | खादों का वर्गीकरण (Classification of Manures) जैविक (कार्बनिक जीवांश या पूर्ण खाद) भारी कार्बनिक खाद(Bulky organics) –…
मशरूम खेती (Mushroom farming) मशरूम एक कवक है जो स्वादिष्ट एवं पौष्टिक सब्जी के रूप में प्रयुक्त होता है, इसमें कार्बोहाइड्रेट एवं चर्बी की मात्रा कम तथा प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है | इसको बिना मृदा के धान के…
सूक्ष्म तत्वों की संवेदनशीलता (Sensitivity to subtle elements) सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी के प्रति संवेदनशील पौधे निम्नलिखित है – सूक्ष्म तत्व प्रभावसूचक (संवेदनशील पौधे) 1 लोहा नींबू, केला, आडु, फूलगोभी, धान, जौ एवं ज्वार | 2 बोरॉन सेब, नाशपाती,…
समन्वित पीड़क प्रबंधन ( Integrated Pest management)
समन्वित पीड़क प्रबंधन (Integrated trouble management) इस अवधारणा के प्रथम प्रतिपादक गियर वंध क्लार्क (1961) थे यह योजना पीड़क नियंत्रण के उपयोग में लाई जा रही अनेक विधियों का ऐसा सहयोग है, जो आर्थिक पारिस्थितिक और सामाजिक मूल्यों और परिणामों…
अकार्बनिक और कार्बनिक खादो में अंतर (Differences in inorganic and organic fertilizers) अकार्बनिक (उर्वरक) खादें कार्बनिक (जीवांश) खादें 1 इनके लगातार प्रयोग से भूमि की दशा खराब होती जाती है तथा फसल का तत्व के प्रति प्रभाव घटता है वायु…
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद | उद्देश्य | कार्य
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian agricultural research council-ICAR) भारत सरकार के कृषि मंत्रालय के कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (डेयर) के अंतर्गत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) एक स्वायत्तशासी संगठन है। इसका उद्देश्य कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में विज्ञान एवं…
संगरोध (Quarantine) क्या होता है ?
संगरोध (Quarantine) बाहर से आयातित बीजों एवं अन्य प्रवध्यों तथा पादप उत्पादों का रोग, कीट एवं खरपतवार से मुक्त होना सुनिश्चित करने की प्रक्रिया को संगरोध कहते हैं | नाशी कीट एवं नाशक जीव अधिनियम 1914 के अंतर्गत भारत में…
श्वेत क्रांति एवं ऑपरेशन फ्लड नेशनल डेयरी प्लान
श्वेत क्रांति एवं ऑपरेशन फ्लड (White Revolution and Operation Flood) दूध 1964-1965 में सघन पशु विकास कार्यक्रम पश्चिम (ICDP) नामक योजना प्रारंभ की गई जिसके परिणाम स्वरुप दुग्ध उत्पादन में व्यापार वृद्धि हुई इसे क्रांति का नाम दिया गया |…
कृषि साख क्या होता है ?(What is Agricultural Credit)
कृषि साख (Agricultural credit) कृषि साख से तात्पर्य है कृषि कार्यों के लिए उपलब्ध वित्त| यह मुख्यता दो स्त्रोतों से प्राप्त होता है -प्रथम संस्थागत स्रोत और दूसरा गैर संस्थागत स्त्रोत | सरकार वाणिज्य बैंक को तथा सहकारी बैंक का…
विपणन प्रणाली क्या होती है ?
विपणन प्रणाली (Marketing system) कृषि पदार्थों का संग्रहण भंडारण, प्रसंस्करण, परिवहन, पैकिंग, वर्गीकरण और वितरण आदि को वितरण प्रणाली के अंतर्गत शामिल किया जाता है | भारत में कृषि उत्पादों के संबंध में विपणन व्यवस्था भारत में खाद्य पदार्थों का…
इंद्रधनुषी क्रांति (Iridescent revolution) वर्तमान में प्राथमिक क्षेत्र में व्याप्त नीली, हरी, पीली, गुलाबी, श्वेत, भूरी क्रांतियों को समेकित करते हुए इन्हें इंद्रधनुषी क्रांति अथवा सदाबहार क्रांति के अंतर्गत शामिल किया जाएगा | इस इंद्रधनुषी क्रांति का मुख्य उद्देश्य है…
औद्योगिकरण का अर्थ एवं लाभ
औद्योगिकरण का अर्थ एवं लाभ (Meaning And Profit Of Industrialization) प्राथमिक उत्पादकों को विनिर्माण उत्पादों में रुपांतरित करने वाली गतिविधियों को औद्योगिकरण कहा जाता है |इसके अंतर्गत विनिर्माण प्रक्रिया के माध्यम से प्राथमिक उत्पादकों को द्वितीयक उत्पादों में परिवर्तित किया…