Ras ke Bhed | रस के भेद रस के भेद रसों की संख्या 9 मानी जाती है श्रृंगार रस -इसका स्थाई भाव रति है नायक नायिका के सौंदर्य तथा प्रेम संबंधी वर्णन को श्रंगार रस कहते हैं श्रंगार के दो भेद…
competitive-hindi
2 Articles
2
रस की परिभाषा, स्थायी भाव और रस के अंग
2 Min Read
27305
2 Min Read
27305
Ras Ke Prakar in Hindi | Hindi Grammar परिभाषा – काव्य को पढने से जिस आनंद की अनुभूति होती है अर्थात जिस अनिवर्चनीय भाव का संचार ह्रदय में होता है, उसी आनंद को रस कहा जाता है | रस का…
Page 1 of 1