चम्पारण सत्याग्रह (1917 ई०) गांधी जी ने सत्याग्रह का पहला प्रयोग बिहार के चंपारण में किया। चंपारण में यूरोपीय बागान मालिक किसानों से जबरन नील की खेती करवाते थे तथा उसका 3/20वाँ हिस्सा अधिशेष के रूप में वसूलते थे। चंपारण…
freedom struggle
भारत में क्रांतिकारी गतिविधियां | एक सवाल सदैव पूछा जाता है !
बंगाल की अनुशीलन समिति पहली क्रांतिकारी संस्था थी। इसकी स्थापना बारीन्द्र कुमार घोष ने 1907 ई० में की थी ! भवानी मंदिर नामक पुस्तक में क्रांतिकारी संस्थाओं की स्थापना से संबंधित जानकारी प्राप्त होती है। क्रांतिकारियों ने वर्तमान रणनीति (पुस्तक),…
होमरूल लीग आंदोलन (1916 ई०) कब, क्यूँ और कैसे हुई स्थापना ?
जून, 1914 में तिलक की स्वदेश वापसी के बाद राष्ट्रवादी तत्व पुनः सक्रिय हो उठे। 28 अप्रैल 1916 को बाल गंगाधर तिलक ने पूना में इंडियन होमरूल लीग की स्थापना की। तिलक द्वारा स्थापित होमरूल लीग में जोसेफ बैपटिस्टा (अध्यक्ष),…
सूरत अधिवेशन तथा फूट (Surat Split) 1907 ई०
सन 1907 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन सूरत में हुआ था जिसकी अध्यक्षता रास बिहारी घोष ने की थी। स्वराज शब्द को परिभाषित करने के सवाल पर उग्रवादियों एवं उदारवादियों में तीव्र मतभेद हो गये। उदारवादी इसका अर्थ औपनिवेशिक…
बंगाल का विभाजन (Partition of Bengal) कैसे हुआ ?
बंगाल का विभाजन (Partition of Bengal) 16 अक्टूबर, 1905 ई०; 19वीं शताबदी के अंत में बंगाल प्रांत में असम बिहार एवं उडीसा शामिल थे। उस काल में इसका क्षेत्रफल 189000 वर्ग मील था तथा इसकी जनसंख्या 8 करोड़ थी। प्रत्यक्ष…
स्वतन्त्रता आंदोलन का द्वितीय चरण
द्वितीय चरण (1905-11 ई०) इस काल को उग्रवादी राष्ट्रीयता का युग कहा जाता है ! 1892 ई० में पारित ‘इंडिया काउंसिल एक्ट’ सुधारों के दृष्टिकोण से अपूर्ण एवं अपर्याप्त थे। 1876 ई० से 1900 ई० तक पड़े 18 अकालों के…
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसंबर, 1885 ई० को 12 बजे दिन में बंबई के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में हुई। इसमें पहले अधिवेशन में कुल 72 प्रतिनिधि शामिल हुए। इसकी स्थापना के…
स्वतन्त्रता आंदोलन में आरंभिक राजनीतिक संगठन
1836 ई० में राजा राम मोहन राय के अनुयायियों ने पहली राजनीतिक संस्था बंग प्रकाशक सभा की स्थापना की। 1838 ई० में बंगाल के जमींदारों ने लैंड होल्डर्स सोसायटी की स्थापना की। 1843 ई० में एक अन्य राजनीतिक सभा बंगाल ब्रिटिश…
Complete Information About Mangal Pandey in Hindi जीवन परिचय(Biography) मंगल पाण्डेय का जन्म भारत में उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के नगवा नामक गांव में 19 जुलाई 1827 को एक सामान्य सरयूपारीण ब्राह्मण परिवार में हुआ था। हांलाकि कुछ इतिहासकार इनका जन्म-स्थान फैज़ाबाद के गांव सुरहुरपुर को मानते…
इस नोट्स में आप पायेंगे, विभिन्न स्वतंत्रता संग्राम के व्यक्तित्वों के बारे में, अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में इससे सवाल पूछा जाता है, यहाँ ये बेहद सरल भाषा में दिया गया है जिससे एक बार पढ़ते ही समझ आ सके, Oneliner…
भारत के प्रमुख गवर्नर जनरल तथा वायसराय
भारत के प्रमुख गवर्नर जनरल तथा वायसराय ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने 1757 ई. से 1772 ई. तक बंगाल में 4 गवर्नरों की नियुक्ति की 1773 ई. के रेगुलेटिंग एक्ट के तहत बंगाल के गवर्नर को बंगाल का गवर्नर जनरल बना…
अंग्रेजो की भूराजस्व नीति- British Land Revenue Policy
बिट्रिश लैंड रैवेन्यू पॉलिसी(British Land Revenue Policy in Hindi) रैयतवाडी व्यवस्था रैयतवाडी व्यवस्था फ्रांस में प्रचलित व्यवस्था की नकल थी और मलवाडी भारतीय आर्थिक समुदाय की नकल थी और स्थाई बंदोबस इंग्लैड में प्रचलित सामंतवाडी व्यवस्था थी स्थाई बंदोबस्त ये…
कृषक आंदोलन- Audio Notes
कृषक आंदोलन सर्वप्रथम बंगाल में नील कृषकों की हडताल हुई 1858 से 1860 तक ये आंदोलन अंग्रेजों भूमिपतियों के बीच किया गया था नील खेती कम्पनी के कुछ अवकाश प्राप्त अधिकारी बंगाल तथा बिहार के जमींदारों से भूमि प्राप्त कर…
आदिवासी विद्रोह
इसमें कोल, संथाल, अहोम, खासी, मुंडा, रमपाई कुछ प्रमुख हैं ! कोल विद्रोह यह 1820से 1836 तक हुआ छोटा नागपुर के कोलो ने अपना क्रोध उस समय प्रकट किया जब उनकी भूमि उनके मुखियाओ से छिन के कृषिक मुस्लिमों तथा…
1857 के बाद हुए नागरिक विद्रोह
1857 के विद्रोह के बाद भारत में और भी अनेक विद्रोह हुए जिनमें कुछ नागरिक विद्रोह थे कुछ आदिवासी तथा कुछ कृषक विद्रोह थे सन्यासी विद्रोह (Sanyasi Vidroh) यह 1763 ई. से 1800 ई. तक चला अंग्रेजो के द्वारा बंगाल…
1857 के विद्रोह के कारण [Audio Notes]
राजनैतिक कारण डलहौजी की राज्य हडप ने की नीति , भारतीयो के साथ अंग्रेजों का घृणित व्यवहार (रंगभेद करना अच्छा व्यवहार ना करना उच्च पदों पर केवल अंग्रेजों को ही आसीन किया जाता था और भारतीयोंको छोटे पदों पर आसीन…