समन्वित पीड़क प्रबंधन (Integrated trouble management) इस अवधारणा के प्रथम प्रतिपादक गियर वंध क्लार्क (1961) थे यह योजना पीड़क नियंत्रण के उपयोग में लाई जा रही अनेक विधियों का ऐसा सहयोग है, जो आर्थिक पारिस्थितिक और सामाजिक मूल्यों और परिणामों…
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भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद | उद्देश्य | कार्य
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian agricultural research council-ICAR) भारत सरकार के कृषि मंत्रालय के कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (डेयर) के अंतर्गत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) एक स्वायत्तशासी संगठन है। इसका उद्देश्य कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में विज्ञान एवं…
संगरोध (Quarantine) क्या होता है ?
संगरोध (Quarantine) बाहर से आयातित बीजों एवं अन्य प्रवध्यों तथा पादप उत्पादों का रोग, कीट एवं खरपतवार से मुक्त होना सुनिश्चित करने की प्रक्रिया को संगरोध कहते हैं | नाशी कीट एवं नाशक जीव अधिनियम 1914 के अंतर्गत भारत में…
विभिन्न प्रकार की खेतियां के नाम (Various types of cultivation names) 1 एरोपोनिक (Aeroponic) पौधों को हवा में उगाना 2 हॉर्टिकल्चर (Horticulture) बागवानी 3 ओलेरीकल्चर (Olericulture) सब्जी विज्ञान 4 विटीकल्चर (Viticulture) अंगूर की खेती 5 पिसीकल्चर (Pisciculture) मत्स्यपालन 6 मोरीकल्चर…
भौतिक कारक जलवायु– जलवायु कृषि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पौधों को उनके विकास के लिए पर्याप्त गर्म तथा नम जलवायु की आवश्यकता होती है। पौधे के अानुवंशिक गुण भी जलवायु से प्रभावित होकर प्रदर्शित होते हैं | तापमान –…
पारिस्थितिकी (इकोलॉजी) तथा मानव से सम्बन्ध
पारिस्थितिकी (इकोलॉजी) पारिस्थितिकी (इकोलॉजी) जीव विज्ञान की वह शाखा है जिसके अन्तर्गत जीवों और उसके बाह्य वातावरण के पारस्परिक संबंधों का अध्ययन किया जाता है।, प्रत्येक जन्तु या वनस्पति एक निश्चित वातावरण में रहता है। इकोलॉजी को तीन शाखाओं में बाँटा…